जी20 में शामिल होने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन अमेरिका के समयानुसार गुरुवार (07 सितंबर) को भारत के लिए रवाना हुए और बाइडेन शुक्रवार शाम 7 बजे भारत पहुंचे।अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के दिल्ली पहुंचने पर पूर्व थल सेनाध्यक्ष और वर्तमान में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह ने भावभरा स्वागत किया।
व्हाइट हाउस के मुताबिक, भारत पहुंचते ही जो बाइडेन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे. जी-20 समिट के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति का ध्यान विकासशील देशों के लिए आर्थिक अवसर प्रदान करने पर होगा. इसके साथ ही जलवायु से लेकर प्रौद्योगिकी तक अमरिकियों की प्राथमिकताओं पर भी उनका ध्यान रहेगा. वहीं, बैठक में दोनों नेताओं की ओर से जून में प्रधानमंत्री मोदी की वाशिंगटन की आधिकारिक यात्रा के दौरान लिए गए निर्णयों पर हुई प्रगति की समीक्षा करने की संभावना है. बुधवार को व्हाइट हाउस की ओर से प्रेस कॉफ्रेंस में बताया गया कि जो बाइडेन जी-20 शिखर सम्मेलन को लेकर काफी उत्साहित हैं.।
इससे पहले भी भारत में कई अमेरिकी राष्ट्रपति अलग-अलग अवसरों पर भारत आए हैं लेकिन जी 20 भारत के लिए बहुत ही अहम कार्यक्रम है । जो बाइडेन जिस होटल में रुकेंगे उस होटल में अब तक कई अमेरिकी राष्ट्रपति रुक चुके हैं. विदेशी मेहमानों को कोई तकलीफ न हो इसका विशेष ध्यान रखा गया है।होटल में उनके लिए स्पेशल लिफ्ट तक लगवाई गई है.
भारत जी 20 की अध्यक्षता कर रहा है।भारत को यह मौका मिला है। जहां पूरे विश्व की नजर 2 दिन भारत के ऊपर रहेगी।भारत की राजनीतिक और कूटनीतिक नीतियों के बारे में भी विश्लेषक गहन चिंतन और मनन कर रहे हैं कि आखिर अमेरिका से भारत के संबंध व्यवसायिक और कूटनीतिक कितने मधुर होंगे और जो बाइडेन के साथ किन-किन मुद्दों पर चर्चा की जाएगी और भारत को अमेरिका के साथ कितना सहयोग आगे मिलने की उम्मीद है।
अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडेन आईटीसी मौर्य शेरेटन होटल में रुके हैं. इस होटल में उनके लिए दो बेडरूम का प्रेसिडेंसियल सुइट बुक किया गया है. जिस सुइट में वह रुकें हैं उसका नाम ‘चाणक्य’ है. जानकारी के मुताबिक उनके लिए होटल में स्पेशल लिफ्ट भी लगाई गई है. इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप, बराक ओबामा, जॉर्ज बुश, बिल क्लिंटन और जिमी कार्टर भी भारत दौरे के दौरान इसी होटल में रुके थे.l
व्हाइट हाउस की प्रेस ब्रीफिंग के अनुसार अमेरिकी न्यूज़ एजेंसी ने बताया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति एक सफल जी-20 शिखर सम्मेलन की आशा कर रहे हैं और जलवायु परिवर्तन, विश्व बैंक और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों के सुधार जैसे मुद्दों को आगे बढ़ाएंगे. अमेरिकी राष्ट्रपति G20 सदस्य के रूप में अफ्रीकी यूनियन का स्वागत करेंगे. अफ्रीकी यूनियन को जी-20 में शामिल करने को लेकर व्हाहट हाउस ने कहा, ‘यह एक भारतीय कदम है जिसका दुनिया के नेताओं ने समर्थन किया है और उसकी सराहना की है.’