आईपीएस मनीष अग्रवाल बहाल हो गए है। कार्मिक विभाग ने आधिकारिक आदेश जारी कर दिए है। मनीष अग्रवाल पिछले 3 साल से रिश्वत लेने के मामले में निलंबित चल रहे थे। इससे पहले मनीष अग्रवाल के खिलाफ केंद्र सरकार ने मुकदमा चलाने की अनुमति दी थी।
तीन साल पहले फरवरी 2021 में दौसा एसपी रहते हुए एंटी करप्शन ब्यूरो ने आईपीएस मनीष अग्रवाल को घूसखोरी के आरोप में गिरफ्तार किया था। हाईवे का निर्माण करने वाली कंपनी से दलालों के मार्फत लाखों रुपए वसूलने के मामले में आईपीएस मनीष अग्रवाल की गिरफ्तारी हुई थी।
वर्ष 2010 बैच के आईपीएस मनीष अग्रवाल उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। पहले उन्हें जम्मू कश्मीर कैडर आवंटित हुआ था। ट्रेनिंग के बाद करीब दो साल तक वे वहीं रहे थे। बाद में राजस्थान कैडर की एक आईपीएस अधिकारी से शादी करके मनीष अग्रवाल ने अपना कैडर बदलवा लिया। वे जम्मू कश्मीर से राजस्थान शिफ्ट हो गए। बाद में मनीष अग्रवाल ने अपनी आईपीएस पत्नी से तलाक ले लिया।