क्या भारतीय जनता पार्टी अब नए चेहरों पर दांव लगा कर युवाओं को अधिक से अधिक टिकट देना चाहती है। क्या भारतीय जनता पार्टी अब परंपरागत चुनाव की प्रणाली से हटकर चुनाव के नए युवा मॉडल पर दांव लगाना चाहती है?
अभी हाल में भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने जिस प्रकार मुख्यमंत्री एवं उप मुख्यमंत्रियों पर युवाओं को अधिक से अधिक प्रतिनिधित्व दिया है उससे तो ऐसा ही लगता है कि भारतीय जनता पार्टी अब नए लोगों को पार्टी की विचारधारा से जोड़कर उन्हें लोकसभा के चुनाव में मैदान में उतारने का ख़तरा लेना चाहती है क्योंकि खतरे के इस युवा मॉडल पर भारतीय जनता पार्टी को अभी तक सफलता हासिल हुई है।
इसी बदले हुए भाजपा के मिजाज को देखकर आज देश में युवा वर्ग भारतीय जनता पार्टी से अधिक से अधिक जुड़कर देश की सेवा करने के लिए आगे आ रहा है।
पहले भारतीय जनता पार्टी में परंपरागत तरीके से सक्रिय और निष्क्रिय सभी तरह के नेताओं को टिकट दिया जाता था मगर आज प्रधानमंत्री मोदी के सिद्धांतों और विचारधारा पर चलने वाली भारतीय जनता पार्टी ने अब सबका साथ, सबका विकास और सब का विश्वास के साथ अधिक से अधिक युवा नेताओं को विश्वास और विकास की धारा से जोड़ा है।
यूं तो पिंक सिटी को राजस्थान की राजधानी जयपुर या भारत के पर्यटन स्थल के रूप में जाना जाता है परंतु यहां राजनीति की जीत का चक्रवात अधिकांशत भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में रहता है।
जिस प्रकार राजस्थान के मुख्यमंत्री के रूप में भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व एवं प्रधानमंत्री मोदी के विचारधारा के अनुसार युवा भजनलाल शर्मा को मुख्यमंत्री बनाया गया तो ऐसा लगता है कि भारतीय जनता पार्टी अब युवाओं को अधिक से अधिक प्रतिनिधित्व देकर लोकसभा चुनाव में भी जीत का रिकॉर्ड बनाना चाहती है।
विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि भारतीय जनता पार्टी और संघ की विचारधारा से जुड़े नरेंद्र शर्मा भी उद्योग एवं सड़क निर्माण के अपने कारोबार से अब राजनीति में उतरने के लिए भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम चुके हैं। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर जयपुर से लोकसभा चुनाव लड़ने का मानस बना लिया है जिसमें अगर उन्हें टिकट मिलती है तो वह युवाओं का प्रतिनिधित्व करते हुए जयपुर की लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं।
पेशे से हाईवे निर्माण से जुड़े नरेंद्र शर्मा समाज सेवा के साथ-साथ धार्मिक कार्यों और तीर्थ क्षेत्र के पुनरुत्थान के अनेकों कार्यों से जुड़े हुए हैं।
संघ विचारधारा के वरिष्ठ नेतृत्व एवं भारतीय जनता पार्टी से लंबे समय से संबंध रखने वाले नरेंद्र शर्मा जयपुर की लोकसभा सीट के माध्यम से केंद्रीय राजनीति में प्रवेश करना चाहते हैं।