राजस्थान लोक सेवा आयोग की सजगता से दो महिला अभ्यर्थियों द्वारा पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्रियों में किया गया फर्जीवाड़ा उजागर हुआ।
आयोग सचिव रामनिवास मेहता और मुख्य परीक्षा नियंत्रक आशुतोष गुप्ता की अगुआई में गठित विशेष टीम ने प्रकरण में पूर्ण अनुसंधान करने के बाद संपूर्ण साक्ष्यों के साथ बुधवार को दो महिला अभ्यर्थियों को पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया है। आयोग के वरिष्ठ उपसचिव द्वारा दोनों के विरूद्ध सिविल लाइन पुलिस थाना, अजमेर में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। प्रकरण प्राध्यापक-हिन्दी (स्कूल शिक्षा) प्रतियोगी परीक्षा-2022 से जुड़ा हुआ है।
ऑनलाइन आवेदन में वर्धमान महावीर विश्वविद्यालय में बताया था प्रवेशित
आयोग सचिव ने बताया कि इस परीक्षा में सफल रही दो अभ्यर्थियों की अभिस्तावना को आयोग द्वारा संदेह के आधार पर रोका गया था। आयोग द्वारा आयोजित इस परीक्षा के लिए 2 जून 2022 को किए गए ऑनलाइन आवेदन के समय अभ्यर्थी ब्रह्मा कुमारी पुत्री श्री बाबूलाल, जन्म तिथि 05 फरवरी 1993, निवासी- गॉव. भूतेल, पोस्ट. देवड़ा, तहसील. चितलवाना, हाल जिला- सांचौर ने स्वयं की स्नात्तकोत्तर योग्यता, एम.ए (हिन्दी) के संबंध में वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय, कोटा स्कॉलर संख्या 194027070428 में स्वयं को अंतिम वर्ष की परीक्षा में सम्मिलित होना बताया गया था।
इसी प्रकार अभ्यर्थी कमला कुमारी पुत्री श्री भारमल विषनोई,, जन्म तिथि 20 जुलाई 1993, निवासी- गॉव. वाड़ा भाड़वी, पोस्ट. भाड़वी, तहसील. बागोड़ा, हाल जिला-संाचौर (राज.), पिनकोड़. 343030 द्वारा दिनांक 12 मई 2022 को किये गये आनॅलाईन आवेदन के समय स्नात्तकोत्तर योग्यता, एम.ए (हिन्दी) के संबंध में वर्धमान महावीर खुला विष्वविद्यालय, कोटा में स्कॉलर संख्या 174027071200 पर प्रवेषित होना अंकित किया गया।
काउंसलिंग में मेवाड़ यूनिवर्सिटी से अधिस्नातक डिग्री प्राप्त होना बताया परीक्षा आयोजन किये जाने के उपरांत परिणाम जारी किये जाने की प्रक्रिया के दौरान इस परीक्षा हेतु विचारित सूची (अर्थात कुल विज्ञापित पदो की लगभग 02 गुना अभ्यर्थियों की सूची) दिनांक 14.06.2023 को जारी की गई एवं उक्त विचारित सूची में सम्मिलित अभ्यर्थियों की पात्रता जांच आयोग कार्यालय में दिनांक 31.07.2023 से 14.08.2023 तक आयोजित की गई। उक्त पात्रता जांच में अभ्यर्थी ब्रह्मा कुमारी, रोल न. 431623 दिनांक 07.08.2023 को पात्रता जांच हेतु उपस्थित हुई तथा पात्रता जांच के दौरान ऑनलाईन आवेदन की अंतिम दिनांक 04.06.2022 से पूर्व ही मेवाड़ यूनिवर्सिटी से वर्ष 2018 में अर्जित की गई एम.ए (हिन्दी) एनरोलमेंट संख्या- एमयूआर 1673549 की अंकतालिकाएं ब्रह्मा कुमारी द्वारा जमा करवाई गई एवं उपाधि (डिग्री) प्राप्त होने पर जमा करवाने के संबंध में शपथ पत्र दिनांक 05 अगस्त 2023 भी प्रस्तुत किया गया।
इसी तरह अभ्यर्थी कमला कुमारी, रोल न. 442663 दिनांक 10.08.2023 को पात्रता जांच के लिए उपस्थित हुई तथा पात्रता जांच के दौरान ऑनलाईन आवेदन की अंतिम दिनांक 04.06.2022 से पूर्व ही मेवाड़ यूनिवर्सिटी से वर्ष 2019 में अर्जित की गई एम.ए (हिन्दी) एनरोलमेंट नंबर एमयूआर 1727503 की अंकतालिकाएं कमला कुमारी द्वारा जमा करवाई गई एवं उपाधि (डिग्री) प्राप्त होने पर जमा करवाने के संबंध में शपथ पत्र दिनांक 05.08.2023 भी प्रस्तुत किया गया।
शपथ-पत्र में ई-मित्र संचालक की बताई गलती
दिनांक 14.08.2023 को ब्रह्मा कुमारी द्वारा एक अन्य शपथ पत्र भी दिनांक 05.08.2023 का ही प्रस्तुत कर ऑनलाइन आवेदन संख्या 202221901760 मे ई मित्र संचालक की गलती से स्नातकोत्तर योग्यता में वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय, कोटा से एम.ए (हिन्दी) में अनुक्रमांक 194027070428 अंकित हो जाने का उल्लेख किया गया। समान बात का उल्लेख करते हुए कमला कुमारी द्वारा भी एक अन्य शपथ पत्र दिनांक 05.08.2023 का ही प्रस्तुत कर ऑनलाईन आवेदन संख्या 202221346573 मे ई-मित्र संचालक की गलती से स्नातकोत्तर योग्यता में वर्धमान महावीर खुला विष्वविद्यालय, कोटा से एम.ए (हिन्दी) में अनुक्रमांक 174027071200 अंकित हो जाने का उल्लेख किया गया। इसमें दोनों ही अभ्यर्थियों ने वर्धमान महावीर खुला विष्वविद्यालय के स्थान पर मेवाड़ यूनिवर्सिटी गंगरार से पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त करना शपथ-पत्र में दर्ज किया गया।
आयोग ने मांगी यूनिवर्सिटी से रिपोर्ट -फर्जी निकली डिग्रियां
आयोग द्वारा डिग्री के सत्यापन हेतु मेवाड़ विश्वविद्यालय से रिपोर्ट प्राप्त करने के लिए पत्र दिनांक 30.01.2024, 07.02.2024 तथा 15.02.2024 को प्रेषित किये गये। उक्त पत्रों के क्रम में रजिस्ट्रार ऑफिस, मेवाड़ यूनिवर्सिटी गंगरार, चित्तौडगढ़ द्वारा पत्र दिनांक 22.02.2024 के माध्यम से दोनों ही अभ्यर्थियों द्वारा प्रस्तुत की गई डिग्रियों को मेवाड़ विश्वविद्यालय द्वारा जारी नहीं किया जाना बताया गया। इससे यह सिद्ध हो गया कि दोनांे ही अभ्यर्थियों द्वारा असत्य शपथ पत्र दिनांक 05.08.2023 प्रस्तुत कर मेवाड़ विश्वविद्यालय से अर्जित फर्जी डिग्री को प्रस्तुत कर नियुक्ति प्राप्त करने का आपराधिक कृत्य किया गया है।
फर्जीवाड़ा उजागर होते देख बीमारी व सूचना प्राप्त न होने का दिया हवाला
दोनों ही अभ्यर्थियों को प्रकरण में अपना पक्ष व लिखित स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के लिए उनके द्वारा ऑनलाईन आवेदन पत्र में अंकित किये गये मोबाईल नम्बरों पर दिनांक 29.02.2024 को एसएमएस एवं पत्र दिनांक 28.02.2024 द्वारा सूचित कर दिनांक 12.03.2024 को उपस्थिति होने का अवसर प्रदान किया गया। इस पर 11 मार्च को कमला कुमारी द्वारा पेट में दर्द व बच्चेदानी में गांठ होना बताते हुए मथुरा दास माथुर चिकित्सालय का मेडिकल सर्टिफिकेट संलग्न कर आने में असमर्थता जताई। इसी प्रकार ब्रह्मा कुमारी द्वारा जानकारी लेट प्राप्त होने के कारण उपस्थित होने के लिए 1 सप्ताह का समय मांगा।
20 मार्च को कूटरचित पत्र के साथ हुई उपस्थित हुई दोनों अभ्यर्थी
20 मार्च को दोनों अभ्यर्थी मेवाड़ यूनिवर्सिटी गंगरार के एक कूटरचित पत्र के साथ आयोग कार्यालय में उपस्थित हुई। इस पत्र में यह उल्लेख किया गया कि पूर्व में यूनिवर्सिटी द्वारा भेजे गए पत्र में गलती सें दोनों अभ्यर्थियों की डिग्री फर्जी तथा विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान नहीं किया जाना उल्लेखित हो गया है। यह सूचना यूनिवर्सिटी द्वारा अधिकारिक तौर पर प्राप्त की गई सूचना से पूर्णतया भिन्न थी।
कोटा ओपन यूनिवर्सिटी के परिणाम दिनांक अनुसार दोनों ही अभ्यर्थी थी अपात्र
दोनों ही अभ्यर्थियों द्वारा ऑनलाइन आवेदन के समय दर्ज की गई सूचना के संबंध में आयोग के पत्र दिनांक 30.01.2024 द्वारा वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय, कोटा से रिपोर्ट दिनांक 31.01.2024 को प्राप्त की गई। इसके अनुसार अभ्यर्थियों की एम.ए (हिन्दी) की परीक्षा उत्तीर्ण दिनांक 20.12.2022 अंकित है, जिससे अभ्यर्थी प्राध्यापक-हिन्दी हेतु आयोजित परीक्षा दिनांक 15.10.2022 तक वांछित स्नातकोत्तर योग्यता-एम.ए(हिन्दी) उत्तीर्ण नही होने के आधार पर दोनों ही अपात्र हो जाती। इसी कारण इन्होंने मेवाड़ विश्वविद्यालय, चितौड़गढ़ की फर्जी डिग्रियां आयोग में प्रस्तुत की थी।