पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत के इस्तीफा देने के बाद ही अब राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (आरसीए) के नए अध्यक्ष को लेकर राजनीति तेज हो गई है। नए अध्यक्ष का फैसला दिल्ली से ही होगा। यह कहा जा रहा है कि फिलहाल अध्यक्ष के चुनाव होंगे या एडोक कमेटी बनेगी इसका निर्णय भी उच्च स्तर पर ही किया जाना है।
नए अध्यक्ष की दावेदारी के लिए नागौर जिला क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष और चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर के बेटे धनंजय सिंह आरसीए के नए अध्यक्ष बनने की दौड़ में सबसे आगे बताई जा रहे हैं।
नागौर जिला संघ के सचिव राजेंद्र सिंह के साथ बड़ी संख्या में दूसरे जिला संघों के सचिव भी धनंजय सिंह के समर्थन में हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि अध्यक्ष पद के लिए अब धनंजय सिंह चुनावी मैदान में उतर सकते हैं।
वहीं दूसरी और प्रतिपक्ष के नेता राजेंद्र राठौड़ के पुत्र और चूरू जिला संघ के अध्यक्ष पराक्रम सिंह भी अध्यक्ष दौड़ में शामिल हैं। भाजपा के प्रदेश मंत्री पिंकेश पोरवाल ने कहा कि अगर पार्टी उन्हें आरसीए अध्यक्ष या किसी अन्य पद पर चुनाव लड़ने के निर्देश प्रदान करेगी तो अवश्य रूप से आगे आएंगे। उन्होंने कहा कि वह अपने स्तर पर कोई निर्णय नहीं करेंगे।
फिलहाल यह तय होना बाकी है कि वैभव गहलोत के अध्यक्ष पद से पद से इस्तीफा देने के बाद आरसीए अध्यक्ष के चुनाव कराए जाएंगे या फिर एडोक कमेटी का गठन होगा । अगर एडोक कमेटी बनती है तो तीन माह बाद पूरे आरसीए के चुनाव संभव होंगे। वैसे आरसी के चुनाव वर्ष 2025 तक के लिए किए गए थे। ऐसे में आईपीएल एडोक कमेटी के माध्यम से कराए जा सकते हैं। 3 महीने बाद आरसीए की एडोक कमेटी नए अध्यक्ष,उपाध्यक्ष,सचिव,कोषाध्यक्ष,संयुक्त सचिव और एक सदस्य छह पदों के लिए चुनाव होंगे। फिलहाल आरसीए की राजनीति को लेकर जयपुर से दिल्ली तकचर्चाएं जोरों पर है।
हालांकि वे मना कर रहे हैं। यह माना जा रहा है कि यह प्रक्रिया शीघ्र पूरी हो सकती है।आने वाले समय में आईपीएल के मैच होने हैं बिना अध्यक्ष के यह संभव नहीं हो पाएगा। ऐसे में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के स्तर पर यह फैसला संभव होगा। वर्तमान में बीसीसीआई के अध्यक्ष पद पर जयंत शाह है।