यह बात तो मीडिया के जरिए सभी को पता है कि भाजपा देश की सबसे अमीर पार्टी है। यह बात भी समझी हुई है कि ऐसा इसलिए है क्योंकि भाजपा केंद्र में लगातार पिछले 9 बरस से ज्यादा से सत्ता में है। इस बात को भी याद दिलाने की कोई खास जरुरत नहीं है कैसे 2014 के लोकसभा चुनाव प्रचार में नरेंद्र मोदी ने थ्री डी जैसी तकनीक काम में लेकर विरोधियों को पटखनी दी थी। इसके अलावा भाजपा के सोशियल मीडिया के 360 डिग्री उपयोग ने तो विपक्षी पार्टियों को कहीं का नहीं छोड़ा था। ऐसे में यह समझने की बात है कि 2023 के विधानसभा चुनावों में पहले से ज्यादा शक्तिशाली और साधन संपन्न भाजपा क्या करेगी।
भाजपा की IT सेल ने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के आदेशों पर नवीनतम तकनीक AI यानि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करते हुए कांग्रेस को प्रचार में चित्त करने की पूरी तैयारी कर ली है। AI तकनीक के जरिए करीब 7000 वीडियो बनाए गए हैं। ये वीडियो कांग्रेस की कमियों और विफलताओं को सोशियल मीडिया पर बमबारी शैली में उजागर करेंगे। इन वीडियो के माध्यम से आदिवासी, बंजारा, राजपूती, कालबेलिया सहित विभिन्न समाजों की पारंपरिक वेशभूषा में मॉडर्न टेक्नोलॉजी के वीडियो ग्राफिक्स के जरिए करीब 4 करोड़ मतदाताओं को निशाना बनाया जाएगा। यह सब अगले कुछ दिनों में PM मोदी की सभाओं से पहले शुरू हो जाएगा। भाजपा की IT सेल लगभग 35,000 व्हाट्सएप्प ग्रुप्स और अपने प्रत्याक्षियों के सोशियाक मीडिया एकाउंट्स के जरिए इनका प्रसार करेगी। 50 हजार से 25 लाख तक फॉलोअर्स वाले इंफ्लूएंसर्स के एकाउंट्स से ये वीडियो फ्लो किए जाएंगे। फिलहाल करीब डेढ़ हजार इंफ्लूएंसर्स सेल से कनेक्ट हैं।
एआई तकनीक प्रभावी तरीके से उठाएगी बेरोजगारी, पेपर लीक, गैंगरेप और कानून-व्यवस्था के मुद्दे
जिन ज्वलंत मुद्दों को भाजपा नेता अभी तक मौखिक रूप से उठा रहे थे उन बेरोजगारी, पेपर लीक, गैंगरेप, किसान आत्महत्या, महिला उत्पीड़न, अपराधों का बढ़ता ग्राफ सहित कई मुद्दों को अब इस तकनीक के जरिए टारगेट किया जाएगा। एआई के जरिए हाई क्वालिटी के वीडियो तैयार करते समय उसमें लोकल इनपुट डाला जा रहा है। कई वीडियो और ग्राफिक्स प्रदेश की भाैगौलिक स्थिति को देखते हुए क्षेत्रवार तैयार किए जा रहे हैं। जैसे आदिवासी क्षेत्रों के लिए वहां का लोकल व्यू ढूंढा गया है। ढूंढाड़-शेखावाटी के लिए वहां के क्षेत्रीय मुद्दे तो रेगस्तिानी इलाकों के लिए वहां का कल्चर।
18-34 साल उम्र वालों के एकाउंट पर होगी कारपेट बॉम्बिंग
भाजपा IT सेल का निशाना 18-34 आयु वालों के 3 करोड़ सोशल एकाउंट्स हैं। 52 हजार बूथों पर सभी प्रत्याशियों के लिए सोशल मीडिया एकाउंट बन रहे हैं। ये हर प्रत्याशी को एलॉट होंगे और इनका एक्सेस पार्टी के हाथों में रहेगा जो चार करोड़ सोशियल मीडिया पर मौजूद वोटर्स तक पहुंचेंगे। लोकल मुद्दों को स्थानीय अंदाज में फोकस किया जा रहा है ताकि मतदाता खुद को कनेक्ट कर सकें।
PM मोदी के चुटीले भाषणों को कराया जाएगा वायरल
इसके अलावा भाजपा आईटी सेल चुनाव प्रचार के दौरान PM मोदी के भाषणों के चुटीले अंश सोशियल मीडिया पर वायरल करेगा। साथ ही राहुल गाँधी, प्रियंका गाँधी वाड्रा, मल्लिकार्जुन खड़गे, दिग्विजय सिंह, जयराम रमेश जैसे नेताओं के भाषणों और व्यक्तव्यों पर खास नजर राखी जाएगी ताकि जरा सी जुबानी चूक होते ही उसे भी वायरल किया जा सके। इसके लिए भाजपा IT सेल ने इन नेताओं पर अलग अलग टीम तैनात की है जो इन्हें लगातार फॉलो करेगी।
इस बार IT सेल के ऊपर भी सुपर सेल
भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की अति विश्वाश पात्र एक टीम दिल्ली स्थित एक शक्तिशाली वॉर रूम से संचालित होगी। इसका काम सोशियल मीडिया पर भाजपा आईटी सेल के सुपर हिट कंटेंट को टीवी चैनलों पर चलवाने का होगा। इसलिए इस बार यदि आपको CM गहलोत और कांग्रेस नेताओं के छोटे से छोटे बयान पर सोशियल मीडिया और न्यूज़ चैनलों पर तुरंत प्रतिक्रिया दिखे तो आश्चर्य मत कीजियेगा। यही वॉर रूम तय करेगा कि PM मोदी के किस राज्य में दिए गए किस भाषण के कौन से अंश किस चैनल पर चलेंगे। वॉर रूम बीच बीच में आने वाले सर्वे के नतीजों को भी इसी तरह प्रसारित करवाएगा।
(उपरोक्त रिपोर्ट मीडिया में आई रिपोर्ट्स के आधार पर लिखा गया है।)