अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की ओर से नियुक्त सीनियर पर्यवेक्षक मधुसूदन मिस्त्री, पर्यवेक्षक शशीकांतऔर केंद्रीय संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल के नेतृत्व में शुक्रवार को कांग्रेस के प्रदेश वार रूम में लोकसभा के पर्यवेक्षकों के साथ बैठक की जा रही है। इस बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, सह प्रभारी अमृता धवन, विरेंद्र सिंह और काजी निजामुद्दीन मौजूद है। मधुसूदन मिस्त्री और केसी वेणुगोपाल यह जानने का प्रयास कर रहे हैं कि राजस्थान में कांग्रेस की स्थिति वास्तव में कैसी है। जो पर्यवेक्षक केंद्रीय नेतृत्व ने लगाए हैं उनसे जानने का प्रयास किया जा रहा है कि उन्होंने किस तरह के हालात क्षेत्र में जाकर देखें और आने वाले समय में वह किस प्रकार से कांग्रेस को मजबूत करने का काम अपने-अपने क्षेत्रों में रहकर करेंगे। बैठक निश्चित तौर पर महत्वपूर्ण है और इसमें प्रारंभिक स्तर पर किस प्रकार से पार्टी में और संगठन और सत्ता में संबंध कैसे लाया जाए इस पर विस्तार से चर्चा की जा रही है। यह भी कहा जा रहा है कि सरकार की योजनाओं का कितना धरातल पर प्रभाव है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की ओर से नियुक्त सीनियर पर्यवेक्षक मधुसूदन मिस्त्री, पर्यवेक्षक शशीकांतऔर केंद्रीय संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल के नेतृत्व में शुक्रवार को कांग्रेस के प्रदेश वार रूम में लोकसभा के पर्यवेक्षकों के साथ बैठक की जा रही है। इस बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, सह प्रभारी अमृता धवन, विरेंद्र सिंह और काजी निजामुद्दीन मौजूद है। मधुसूदन मिस्त्री और केसी वेणुगोपाल यह जानने का प्रयास कर रहे हैं कि राजस्थान में कांग्रेस की स्थिति वास्तव में कैसी है। जो पर्यवेक्षक केंद्रीय नेतृत्व ने लगाए हैं उनसे जानने का प्रयास किया जा रहा है कि उन्होंने किस तरह के हालात क्षेत्र में जाकर देखें और आने वाले समय में वह किस प्रकार से कांग्रेस को मजबूत करने का काम अपने-अपने क्षेत्रों में रहकर करेंगे। बैठक निश्चित तौर पर महत्वपूर्ण है और इसमें प्रारंभिक स्तर पर किस प्रकार से पार्टी में और संगठन और सत्ता में संबंध कैसे लाया जाए इस पर विस्तार से चर्चा की जा रही है। यह भी कहा जा रहा है कि सरकार की योजनाओं का कितना धरातल पर प्रभाव है।