पॉपुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआई) के संदिग्धों की तलाश में एनआईए की टीम ने बुधवार तड़के कोटा, टोंक, गंगापुर और बारां जिले में छापेमारी करने की जानकारी सामने आई हैं। एनआईए टीम ने सुरक्षा की दृष्टि से स्थानीय पुलिस की मदद ली है। एनआईए टीम ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है। पीएफआई ठिकानों से मिले दस्तावेज की जांच एनआईए की टीम कर रही है।
टोंक में एनआईए की टीम ने बड़ा कुआ क्षेत्र में एक मकान पर छापेमारी की कार्रवाई की है। टीम ने संदिग्ध व्यक्ति और उसके परिवार से पूछताछ की है। हालांकि टीम ने किसी को गिरफ्तार नहीं किया है। करीब साढ़े तीन घंटे चली कार्रवाई व पूछताछ में संदिग्ध व्यक्ति और उसके परिवार से पूछताछ करके टीम वापस लौट गई है।
टोंक के बड़ा कुआ क्षेत्र के एक व्यक्ति के देश में प्रतिबंधित संगठन पीएफआई से जुड़े होने की खबर मिली थी। इसका इनपुट मिलने के बाद सुबह 5 बजे टीम कोतवाली थाने पहुंची। यहां से पुलिस अधिकारियों की टीम के साथ संदिग्ध व्यक्ति के मकान पर पहुंचे। एनआईए की टीम ने 45 साल के व्यक्ति से पीएफआई की फंडिंग को लेकर जानकारी जुटाई है।
बारां में भी एनआईए की टीम ने बुधवार को सुबह 5 बजे छापेमारी की है। एनआईए ने कोतवाली थाना क्षेत्र के कौसर कॉलोनी में छापेमारी की। इस छापेमारी में मौलाना मोहम्मद अख्तर को हिरासत में लिया है। टीम ने लेपटॉप और कुछ सामान जब्त करने कार्रवाई की है। एनआईए सुबह 5 बजे से कार्रवाई में लगी हुई थी। मौलाना मोहम्मद अख्तर वर्ष 2001 में सिमी संगठन मामले में 11 माह नांदेड़ और सूरत जेल में बंद था। लैपटॉप, कम्प्यूटर व मोबाइल डाटा की जब्त किए गए।