भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने गुरुवार कोजयपुर में ईडी इम्फाल (मणिपुर) के प्रवर्तन अधिकारी (ईओ) नवल किशोर मीणा और उसके सहयोगी कनिष्ठ सहायक उप पंजीयक, मुंडावर बाबूलाल मीणा को 15 लाख रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। चिटफंड केस में गिरफ्तार नहीं करने की एवज में अधिकारी ने 17 लाख रुपए मांगे थे।
एसीबी ने गुरुवार को 15 लाख रुपए लेते हुए ईडी के अधिकारी को ट्रैप किया है। आरोपियों के आवास और बहरोड़ और नीमराना स्थित अन्य ठिकानों पर एसीबी की सर्च चल रही है।
एडीजी एसीबी हेमंत प्रियदर्शी ने बताया कि उन्हें शिकायत दी गई थी कि कार्यालय प्रवर्तन निदेशालय इम्फाल (मणिपुर) में दर्ज चिटफंड मामले में उसके खिलाफ मामले को निपटाने, प्रॉपर्टी अटैच नहीं करने और गिरफ्तार नहीं करने की एवज में ईओ नवल किशोर मीणा 17 लाख रुपए रिश्वत मांग कर परेशान कर रहा है। उन्होंने बताया कि इस शिकायत के बाद एएसपी हिमांशु के निर्देशन में शिकायत का सत्यापन किया गया। शिकायत सही मिलने पर गुरुवार को एसीबी की टीम ने ट्रैप कार्रवाई कर नवल किशोर मीणा उर्फ एनके मीणा पुत्र श्रवण लाल मीणा निवासी ग्राम विमलपुरा, तुंगा, बस्सी (जयपुर) हाल प्रवर्तन अधिकारी सब जोन कार्यालय, प्रवर्तन निदेशालय इम्फाल (मणिपुर) को उसके सहयोगी बाबूलाल मीणा उर्फ दिनेश पुत्र गोविंदराम मीणा निवासी ग्राम विमलपुरा, तुंगा, बस्सी (जयपुर) के जरिए शिकायतकर्ता से 15 लाख रुपए की घूस लेते गिरफ्तार किया है।
इस गिरफ्तारी के बादछत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा है- जयपुर में ईडी का अफसर 15 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार हुआ है। इसीलिए मैं बार-बार कह रहा हूं कि गली-गली में घूम रहे इन ईडी अफसरों की गाड़ी की जांच जरूर की जाए। छापों की आड़ में कहीं ये ‘कमल छाप के स्टार प्रचारक’ बनकर तो नहीं घूम रहे हैं ?