जयपुर नगर निगम हेरिटेज में कांग्रेस के पार्षदों ने अपनी ही पार्टी की मेयर मुनेश गुर्जर के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर मोर्चा खोल दिया है। शुक्रवार को कांग्रेसी पार्षदों ने एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) के डीजी रवि प्रकाश मेहरडा से मुलाकात कर नगर निगम में जमीन नीलामी और गलत तरीके से पट्टे वितरण में हुए 500 करोड़ रुपये से अधिक के भ्रष्टाचार के मामले में मुकदमा दर्ज करवाया।
पार्षदों का आरोप है कि मेयर मुनेश गुर्जर ने अधिकारियों के साथ मिलीभगत करके सिविल लाइन जोन की 25 करोड़ रुपये की जमीन को केवल 5 करोड़ रुपये में बेच दिया, जिससे नगर निगम को 20 करोड़ रुपये का राजस्व नुकसान हुआ। इसके अलावा, मेयर पर अब तक 500 करोड़ रुपये की जमीनों के गलत पट्टे जारी करने का भी आरोप लगाया गया है।
पार्षदों ने एसीबी से निष्पक्ष जांच की मांग की है ताकि भ्रष्टाचार में लिप्त मेयर के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो सके। उनका यह भी कहना है कि पहले से ही पट्टा प्रकरण में एसीबी में भ्रष्टाचार प्रमाणित हो चुका है, लेकिन सरकार अभियोजन की स्वीकृति नहीं दे रही है। हाईकोर्ट ने भी इस पर सरकार को फटकार लगाई है, जिससे सरकार की मंशा पर सवाल उठ रहे हैं।
कांग्रेस पार्षदों ने भ्रष्टाचार के सबूत एसीबी को सौंपे हैं और उम्मीद जताई है कि निष्पक्ष जांच कर मेयर के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। इस विरोध प्रदर्शन में मनोज मुद्गल, दशरथ सिंह शेखावत, उत्तम शर्मा, अजरुद्दीन, आरिफ खान, सुनीता शेखावत और अन्य कांग्रेसी पार्षद शामिल थे।