जयपुर। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि केंद्र सरकार जनता के हित में योजनाएं बनाती है और क्रियान्वयन के लिए जो बजट भेजती है, उसमें राजस्थान की सरकार भ्रष्टाचार करती है। जलजीवन मिशन योजना में राजस्थान में सबसे बड़ा भ्रष्टाचार देखने को मिला। मोदी सरकार ने उज्जवला योजना, किसान सम्मान निधि योजना, आयुष्मान भारत योजना के तहत सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों में हेल्थ इंश्योरेंस देने का काम किया है। हर घर नल हर घर जल पहुंचाने का काम मोदी सरकार ने किया।
गोवा मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि पीएम मोदी ने आठ दिन पहले विश्वकर्मा जयंती पर विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना शुरू की है, इसका सबसे ज्यादा फायदा राजस्थान के कारीगरों को मिलेगा। इस योजना में सबसे ज्यादा हस्तशिल्प के कारीगरों को लाभ मिलेगा। मोदी सरकार का लक्ष्य अंत्योदय तक योजनाओं को पहुंचाने का होता है, और हम इसमें कामयाब भी हो रहे हैं। वहीं दूसरी ओर प्रदेश की कांग्रेस सरकार, हालांकि यह कोई नई बात नहीं है जहां भी कांग्रेस सरकार होती है वहां भ्रष्टाचार होता है। राजस्थान की गहलोत सरकार विज्ञापनों के जरिये अपनी छवि चमकाने का काम कर रही है, कांग्रेस सरकार ने धरातल पर कोई काम नहीं किया है। अभी मैने एक विज्ञापन पढ़ा जिसमें लिखा था कि 2030 तक राजस्थान नंबर एक पर आ जाएगा। मैं मुख्यमंत्री गहलोत से पूंछना चाहता हूं कि किसमें एक नंबर पर आएगा क्या भ्रष्टाचार में नंबर एक पर आएगा ? क्या महिला अत्याचार में नंबर एक पर होंगे ? क्या सनातन को गाली देने में एक नंबर पर होंगे ?
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि राजस्थान में लाल डायरी का बहुत शोर है, और ये मैं नहीं कह रहा ये कांग्रेस सरकार के मंत्री खुद कह रहे हैं। सरकार उस डायरी को छिपाने में लगी हुई है। राजस्थान के एक विधायक भ्रष्टाचार के विरोध में अपने बाल मुंडाते हैं और मुख्यमंत्री को सर के बाल भेजते हैं। जिस सरकार के मंत्री ही उस पर आरोप लगा रहे हों आप समझ सकते हैं कि भ्रष्टाचार कितना होगा। राजस्थान में खनन का काम बहुत बड़े स्तर पर है, और इस सरकार में अवैध खनन के घोटाले में सरकार के ही मंत्री लिप्त हैं।
नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि गहलोत सरकार ने बिना किसी बजटीय प्रावधान के अन्नपूर्णा किट बांटने का काम किया और उसके 22 सेंपल फेल हो गए। इसके अलावा टूजी स्पेक्ट्रम के आऊट डेटेड स्मार्टफोन बांटने का काम किया जिसकी बाजार में कीमत 1600-2000 हजार रूपए है, इन्ही मोबाइलों को सरकार ने एसेंबल करके 6600 रूपए में खरीदा जो कि बाजार में चलन से बाहर हो गए। महंगाई राहत के नाम पर भी कांग्रेस सरकार की पोल खुल गई है, जिसमें इन्होने 100 यूनिट मुफ्त बिजली देने का वादा किया था। गहलोत सरकार की ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना फेल हो गई। यह पहली बार हुआ है जब सरकारी संसाधनों से यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को महात्मा गांधी प्रेरक के नाम से पचास हजार और राजीव गाँधी युवा मित्र के नाम से पैंतीस हजार रूपए दे रहे हैं। हालांकि इस पर हाईकोर्ट का स्टे भी आया है उसके बावजूद सवा लाख लोगों को अपने प्रचार के लिए पैसा दे रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आज जो बयान आया है वह बड़ा हास्यास्पद है। ईडी ने अभी राजस्थान में 16.5 किलो सोना और पांच करोड़ नकदी पकड़ी है। इसके बावजूद मुख्यमंत्री शेखी बखारते हुए कहते हैं कि किसी बड़े अफसर या मंत्री की गिरफ्तारी नहीं हुई। इसे जादूगर की जादूगरी कहें या क्या कहें कि पांच करोड़ की नकदी और इतना सोना पकड़े जाने के बाद भी वो हमसे ही सवाल कर रहे हैं। इन्होने वादा ये किया था कि डीजल-पेट्रोल को जीएसटी के दायरे में लेकर आएंगे, लेकिन आज सबसे ज्यादा टैक्स महंगी बिजली और सबसे महंगा पेट्रोल-डीजल राजस्थान में मिल रहा है। गोपाल केसावत मामले में कल न्यायालय में जो चालान पेश किया है, इसमें एसीडी की धाराएं हटाकर चालान पेश किया गया। इसी गोपाल केसावत से साढ़े 18 लाख रूपए की नकदी पकड़ी गई और 88 लाख रूपए में अधिशाषी अधिकारी की नौकरी बेचने का आरोप था, उसके बावजूद एसीडी के आरोपों से बचाना इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या हो सकता है।