कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद राहुल गांधी भारत न्याय यात्रा 14 जनवरी से मणिपुर से शुरू करेंगे। 20 मार्च को मुंबई में खत्म होगी। कांग्रेस की भारत न्याय यात्रा 14 राज्य और 85 जिलों से होकर गुजरेगी। भारत न्याय यात्रा के दौरान राहुल गांधी बस और पैदल 6 हजार 200 किलोमीटर की यात्रा करेंगे।
कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और जयराम रमेश ने कांग्रेस मुख्यालय परबुधवार को पत्रकारों सेबातचीत करते हुए यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भारत जोड़ो यात्रा के बाद कांग्रेस पार्टी भारत न्याय यात्रा करेगी। यह मणिपुर, नगालैंड, असम, मेघालय, बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, यूपी, एमपी, राजस्थान और महाराष्ट्र से गुजरेगी।
कांग्रेस के दोनों नेताओं ने कि भारत न्याय यात्रा का मकसद आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक न्याय है। भारत न्याय यात्रा को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। इसके अलावा 28 दिसंबर को कांग्रेस के स्थापना दिवस के मौके पर पार्टी नागपुर में महारैली करेगी। इसका नाम है- हैं तैयार हम। इस महारैली से 2024 लोकसभा चुनाव का शंखनाद होगा।
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने तीन मुद्दे उठाए थे। उन्होंने आर्थिक विषमता के मुद्दे को उठाया था, सामाजिक ध्रुवीकरण के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई थी और राजनीतिक तानाशाही —जो आज देश की हक़ीक़त बन गई है—उसके बारे में लोगों को अवगत कराया था। वह यात्रा मन की बात करने के लिए नहीं बल्कि जनता की चिंता थी। राहुल गांधी ने यात्रा के दौरान लोगों की समस्याओं को सुना था।
अब शुरू होने जा रही भारत न्याय यात्रा — आर्थिक न्याय के लिए, सामाजिक न्याय के लिए और राजनीतिक न्याय के लिए है। इसका उद्देश्य लोकतंत्र को बचाना है, संविधान को बचाना है, और महंगाई और बेरोज़गारी से जो करोड़ों पीड़ित परिवार हैं उनमें उज्जवल भविष्य का भरोसा जगाना है।
पहले भारत जोड़ो यात्रा भारत को जोड़ने के लिए निकाली गई थी। अब भारत न्याय यात्रा लोगों को कांग्रेस पार्टी की ओर से, राहुल गांधी की ओर से यह आश्वासन देने के लिए है कि आम लोगों को आर्थिक न्याय, सामाजिक न्याय और राजनीतिक न्याय पूर्ण रूप से उपलब्ध हो इसके लिए कांग्रेस पार्टी वचनबद्ध है।