कांग्रेस विधायक दल की बैठक मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित की गई। इस बैठक में प्रतिपक्ष के नेता के नाम के अंतिम फैसले के लिए हाईकमान को अधिकार देने का एक लाइन का प्रस्ताव कर सर्वसम्मति से पारित किया गया।
कांग्रेस विधायक दल की बैठक 2 घंटे देरी से कांग्रेस के पर्यवेक्षक भूपेंद्र हुड्डा,मुकुल वासनिक,शकील अहमद और मधुसूदन मिस्त्री की उपस्थिति में शुरू हुई ।इस बैठक में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने नवनिर्वाचित विधायकों का स्वागत किया।उन्होंने कहा कि कांग्रेसमजबूती के साथ विधानसभा का चुनाव लड़ी हैऔर इसमें कुछ कमी रही है तो हाई कमान जब भी इसके बारे में विचार विमर्श करेगा हम सभी नेता ईमानदारी के साथ मंथन करेंगे।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि लोकसभा का चुनाव नजदीक है हमें उसकी तैयारी में जुट जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर कुछ कमियों के कारण ही विधानसभा का चुनाव हारे हैं इस पर मंथन होगा किया जाएगा । उन्होंने कहा कि विधायक व्यक्तिगत राय पर्यवेक्षकों को दे सकते हैं।
सचिन पायलट ने कहा कि हाईकमान जिस भी नेता को प्रतिपक्ष का नेता घोषित करेगा हम उसे स्वीकार करेंगे। उन्होंने कहा कि लोकसभा के चुनाव को लेकर हमें तैयारी करनी चाहिए। लेकिन विधानसभा में हार को लेकर भी ईमानदारी से मंथन करने की जरूरत है।