कांग्रेस के प्रभारी सुखजिंद्र सिंह रंधावा ने ‘कांग्रेस 7 गांरटी यात्रा सफल बनाने के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संगठन महामंत्री कैसी वेणुगोपाल के निर्देश अनुसार 6 पर्यवेक्षक नियुक्त किए हैं। एआईसीसी पर्यवेक्षकों को जिले आवंटित कर कहा गया है कि वह क्षेत्र में जाए और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को सक्रिय करें। गारंटी की शुरुआत जयपुर में फीकी रहने के कारण यहपर्यवेक्षक नियुक्त किए गए हैं।
प्रदेश में इस यात्रा को सफल बनाने के लिए 1000 कैंप लगाने की योजना बनाई गई है। इन कैंपों के माध्यम से कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता 2 करोड़ पंजीयन करनेकी योजना बनाई गई है।इसी के माध्यम से जब चुनाव परिणाम सामने आएगा और कांग्रेस की सरकारबनने की स्थिति बनेगी तो फिर से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रभावी भूमिका में आ जाएंगे। वे दावा करेंगे कि सरकार साथ गारंटी के कारण आई है आप उनका फिर से अधिकार है कि वह इसको संभाले और आम लोगों को अपने गारंटी को डिलीवर करने का काम करें।
अब देखना यह है कि गारंटी यात्रा को लेकर प्रियंका गांधी और राहुल गांधी के साथ मल्लिकार्जुन खड़गे जब प्रचार के लिए राजस्थान आएंगे तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट भी साथ नजर आएंगे या नहीं ! यात्रा की शुरुआत 7 नवंबर जयपुर में मोती को डूंगरी गणेश जी मंदिर की पूजा रचना के साथ शुरू हुई। लेकिन जयपुर में यात्रा में लोगों का समर्थन नहीं जुड़ने से सीएम गहलोत सहित केंद्रीय नेता भी चिंतित नजर आए। यात्रा में भंवर जितेंद्र सिंह, मुकुल वासनिक, प्रभारी सुखजिंद्र सिंह रंधावा मौजूद रहे थे। इस स्थिति को सुधारने के लिए ही एआईसीसी के ओर से पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए।