राजस्थान में बीते 8 दिन से आमसां से शोले बरस रहे हैं। ऐसे में बिजली के ट्रांसफार्मरों को चालू रखने के लिए कूलर के जुगाड़ का सहारा लिया गया है।
राजस्थान में बीते 8 दिन से आमसां से शोले बरस रहे हैं। कई जगह तो पारा 50 डिग्री के करीब पहुंच गया है। भीषण गर्मी के कारण सड़कों का डामर तक पिघलने लगा हैं। ऐसे में सड़कों पर टैंकरों से पानी का छिड़काव किया जा रहा है। वहीं, हांफते हुए बिजली के ट्रांसफार्मरों को चालू रखने के लिए कूलर के जुगाड़ का सहारा लिया गया है।
जोधपुर जिले के गांवों में इन दिनों बढ़े हुए बिजली लोड के कारण ट्रांसफार्मर लगातार आग की चपेट में आ रहे हैं। पावर ट्रांसफार्मर व अन्य उपकरणों की गरमी कम करने के लिए कूलर लगाए गए हैं।पीपाड़ में डिस्कॉम कर्मचारियों ने बार-बार ट्रिप होती बिजली से बचने के लिए यह व्यवस्था की है।
ग्रामीणों का कहना है कि इस बार रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पड़ रही है। गर्मी से ट्रांसफार्मरों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। कूलर का जुगाड़ इसी लिए किया गया है, ताकि बिजली गुल न हो।
बीते 8 दिन से जोधपुर का पारा 45 डिग्री के आसपास या ऊपर बना हुआ है। मौसम विभाग 45 डिग्री से ऊपर को हीटवेव यानी लू की स्थिति मानता है। विशेषज्ञों के अनुसार एक अरसे बाद यह सर्वाधिक लम्बी गर्मी का रिकॉर्ड है।