कोटा। सोशल मीडिया पर जान पहचान के बाद कोटा में कोचिंग कर रहा एक 16 वर्षीय छात्र महाराष्ट्र की एक 14 वर्षीय बालिका को लेकर जयपुर पहुंचा। जयपुर से मुंबई भागने के बीच कोटा जंक्शन पर मानव तस्करी विरोधी यूनिट व थाना जवाहर नगर पुलिस ने बुधवार रात दोनों को दस्तयाब कर लिया।
एसपी शरद चौधरी ने बताया कि 11 सितंबर को फरियादी ने अपने नाबालिक बेटे की गुमशुदगी थाना जवाहर नगर पर दर्ज कराते बताया कि कोटा में रहकर कोचिंग कर रहा उसका बेटा 9 सितंबर को बिना बताए कहीं चला गया। गुमशुदा बालक की तलाश के दौरान जानकारी में आया कि कोटा से ट्रेन में बैठकर वह 10 सितंबर को महाराष्ट्र के नागपुर पहुंचा और सोशल मीडिया पर फ्रेंड बनी 14 वर्षीय नाबालिग बालिका को लेकर जयपुर चला गया।
एसपी चौधरी ने बताया कि बच्ची की गुमशुद की थाना देवली जिला वर्धा महाराष्ट्र पर दर्ज है। पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर नाबालिक बच्चों की तलाश के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महिला अपराध अनुसंधान सेल उमा शर्मा के निर्देशन में टीम का गठन किया गया है।
इस दौरान आसूचना संकलन व तकनीकी स्त्रोत से दोनों बच्चों के जयपुर से मुंबई की ओर जाने वाली ट्रेन में होने की सूचना मिली। मानव तस्करी विरोधी यूनिट, थाना जवाहर नगर व साइबर सेल की संयुक्त टीम ने रात 11 बजे कोटा जंक्शन पहुंची ट्रेन में सूझबूझ हुए दूरदर्शिता से दोनों बच्चों को तलाश कर दस्तयाब किया। बालिका के दस्तयाब होने की सूचना वर्धा पुलिस को दे दी गई है।
एसपी चौधरी ने बताया कि सराहनीय कार्य करने वाली टीम में मानव तस्करी विरोधी यूनिट से एसआई श्रीमती बबीता चौधरी, हेड कांस्टेबल ओमदत्त, थाना जवाहर नगर से एसएचओ वासुदेव सिंह, हेड कांस्टेबल कपिल गर्ने साईबर सैल से हेड कांस्टेबल सुरेश व कांस्टेबल इन्द्र सिंह की अहम भूमिका रही है।