राजस्थान में अबकी बार भाजपा के भजनलाल शर्मा की सरकार बन गई है। 15 दिसंबर 2023 की दोपहर को राजस्थान के नए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, दो उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी और प्रेम चंद बैरवा ने पद की शपथ ली है।
दीया कुमारी व प्रेम चंद बैरवा को उप मुख्यमंत्री बनाए जाने पर खूब बधाइयां मिल रही हैं। वैसे भारतीय संविधान में किसी भी राज्य की कार्यपालिका प्रमुख के तौर पर सिर्फ मुख्यमंत्री पद का उल्लेख है। उप मुख्यमंत्री पद तो सिर्फ सत्ता सुख की गली मात्र है।
राजस्थान में तो उप मुख्यमंत्री पद का इतिहास ज्यादा अच्छा नहीं है। साल 1951 में पहले राजस्थान विधानसभा चुनाव से लेकर साल 2023 तक दीया कुमारी व प्रेम चंद बैरवा के रूप में राजस्थान को छठे व सातवें उप मुख्यमंत्री मिले हैं।
दीया कुमारी व प्रेम चंद बैरवा से पहले वाले पांच डिप्टी सीएम टीकाराम पालिवाल, हरिशंकर भाभड़ा, बनवारी लाल बैरवा, कमला बेनीवाल व सचिन पायलट के कार्यकाल की बात करें तो इनमें सिर्फ एक ही उप मुख्यमंत्री हरिशंकर भाभड़ा का कार्यकाल 4 साल 54 दिन तक रहा। बाकी सबका कार्यकाल अधिकतम 2 साल तक ही चला।
हालांकि किसी भी राज्य के मुख्यमंत्री की तरह उप मुख्यमंत्री के पास कोई विशिष्ट वित्तीय या प्रशासनिक शक्तियां नहीं होती हैं। डिप्टी सीएम की नियुक्ति राज्य का मुख्यमंत्री करता है। डिप्टी सीएम का कोई निश्चित कार्यकाल नहीं भी होता है।
प्रदेश में सियासी समीकरण बदलने पर मुख्यमंत्री किसी भी समय अपने डिप्टी सीएम को बदल सकता है या उन्हें हटाया भी सकता है। इसका सटीक उदाहरण सचिन पायलट हैं, जो अशोक गहलोत सरकार में साल 2018 में डिप्टी सीएम बने थे और साल 2020 में गहलोत-पायटल के सियासी रिश्ते बिगड़े तो पायलट को डिप्टी सीएम पद खोना पड़ा।
राजस्थान के उप मुख्यमंत्री की सूची
- टीकाराम पालीवाल
कार्यकाल: 1952-54
सरकार: जयनारायण व्यास - हरीशंकर भाभड़ा
कार्यकाल: 1993-98
सरकार: भैरोसिंह शेखावत - बनवारीलाल बैरवा
कार्यकाल: 2002-03
सरकार: अशोक गहलोत - कमला बेनीवाल
कार्यकाल: 2003-2003
सरकार: अशोक गहलोत - सचिन पायलट
कार्यकाल: 2018-20
सरकार: अशोक गहलोत - दीया कुमारी
- प्रेम चंद बैरवा
सरकार: भजनलाल शर्मा