मंहगी सब्जियों के बावजूद सरकार ने फिर खुदरा मंहगाई में गिरावट का दावा किया है। दावे का आधार मई माह के आंकड़े हैं। सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार मई 2024 में खुदरा महंगाई दर घटकर 4.75 फीसदी पर आ गई है, जो अप्रैल में 4.83 फीसदी थी। यह अब भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की 2-6 फीसदी की स्वीकार्य सीमा के अंदर है। खाने की चीज़ों की महंगाई भी थोड़ी कम हुई है। मई में यह 8.75% से घटकर 8.62% हो गई है। हालांकि, यह अभी भी मई 2023 के 3.3% से अधिक है। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में भी महंगाई दर कम हुई है। ग्रामीण क्षेत्रों में यह 5.43% से घटकर 5.28% और शहरी क्षेत्रों में 4.15% हो गई है।
वहीं सरकारी आंकड़ों में सब्जियों की महंगाई दर अप्रैल के 27.8% से घटकर 27.3% होने का दावा किया गया है, जबकि शहरी क्षेत्र की मंडियों में आलू, प्याज आदि कई सब्जियों के दाम लंबे समय से स्थिर हैं या उनमें इजाफा ही हुआ है। दालों की महंगाई 17.14% और अनाज की महंगाई दर 8.69% रही है। ईंधन और बिजली की महंगाई दर भी कम हुई है, यह अप्रैल के -4.24% से घटकर मई में -3.83% हो गई है। कपड़े और जूतों पर महंगाई 2.74% और घरों पर 2.56% रही है। भारतीय रिज़र्व बैंक को उम्मीद है कि महंगाई धीरे-धीरे 4% के लक्ष्य तक पहुंच जाएगी। हालांकि, RBI यह भी चाहता है कि महंगाई कम होने का सिलसिला बना रहे।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा जारी आंकड़ों से पता चलता है कि विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन अप्रैल, 2024 में 3.9 प्रतिशत बढ़ा है, जबकि एक साल पहले इसी महीने में यह 5.5 प्रतिशत बढ़ा था।