दौसा जिले जिले के मेहंदीपुर बालाजी थाना क्षेत्र के नांदरी गांव में गर्भवती महिला की हत्या के आरोपी और उसके परिवार के सदस्यों पर बीती रात लोगों ने हमला कर जिंदा जलाने का प्रयास किया। उनके घरों में आग लगा दी। इस घटना में एक व्यक्ति गंभीर रूप से झुलस गया। उसे देर रात अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इस घटना सूचना मिलने के बाद जब पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां लोगों ने पुलिस वाहनों में तोड़फोड़ करने का प्रयास किया और पुलिस पर पथराव किए। स्थिति तनाव पूर्ण होने के बाद घटना स्थल पर अन्य थानों की पुलिस को मौके पर बुलाया गया।
गुरूवार रात करीब 10 बजे ये घटनाक्रम हुआ। इस दौरान लोगों ने एकराय होकर अचानक आरोपी के घर समेत 4 मकानों पर धावा बोल दिया और आगजनी कर दी। इन मकानों में तोड़फोड़ भी की गई। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस पर भी लोगों ने पथराव कर दिया। इससे कई पुलिसकर्मियों को चोट आई और पुलिस की कार के शीशे टूट गए। हालांकि इस दौरान घर में कोई मौजूद नहीं था। इससे जनहानि टल गई। वारदात को अंजाम देते वक्त आगजनी करने वाले कई लोग झुलस गए, जिनमे 3 लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
मेहंदीपुर बालाजी थाना इलाके के एक गांव के निवासी युवक ने 28 अप्रैल को एक रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। इसमे बताया था कि उसकी पत्नी को गांव का ही युवक जगराम मीणा 27 अप्रैल को चारा भरवाने की बात कहकर ले गया था, लेकिन वे खेत में नहीं पहुंचे। इसके बाद युवक ने पत्नी के घर नहीं लौटने पर उसे इधर-उधर और रिश्तेदारी में तलाश किया, लेकिन पता नहीं चला। आरोपी युवक का फोन भी बंद आया और वो घर पर गायब मिला।इसके बाद महिला के पति ने 28 अप्रैल को गांव के युवक जगराम पर संदेह जताते हुए एफआईआर दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने तलाश शुरू की तो लापता महिला का शव 29 अप्रैल सोमवार को दोपहर गांव के ही जंगल में पहाड़ के पास खेत में क्षत-विक्षत हालत में पड़ा मिला था। इस पर मृतका के पति ने हत्या कि रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि जगराम मीणा ने दुष्कर्म के बाद उसकी पत्नी की हत्या कर दी। उसकी पत्नी 6 महीने की प्रेग्नेंट भी थी। मामले में पुलिस ने 1 मई को आरोपी जगराम मीणा को हाईवे के पास खेड़ा पहाड़पुर चौराहे से गिरफ्तार किया था।
घटनाक्रम से पहले गांव के कुछ लोगों ने बैठक कर महिला से दुष्कर्म और हत्या के आरोपी के परिवार को भी सबक सिखाने की बात कही। इसके बाद आरोपी के घर पर धावा बोल जमकर तोड़फोड़ की और आग के हवाले कर दिया। अचानक हुए घटनाक्रम से भयभीत हुआ आरोपी का परिवार जान बचाकर मौके से भाग छूटा। मामला बढ़ता देख सूचना के बाद मानपुर और सिकंदरा थाना पुलिस मौके पर पहुंची। जहां गुरूवार को देर रात तक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिनेश अग्रवाल और मानपुर डिप्टी एसपी दीपक मीणा समेत बड़ी संख्या में पुलिस जाप्ता तैनात रहा। फिलहाल गांव में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है। आगजनी वाले घरों के आसपास भी पुलिस तैनात है।