दौसा जिले के नांदरी गांव में गर्भवती महिला से दुष्कर्मऔर हत्या को लेकर मचा बवाल शांत करने के लिए रविवार शाम को कृषि मंत्री डॉ. किरोड़लाल मीणा सहित तीन विधायक विधायक विक्रम बंशीवाल, महुवा विधायक राजेन्द्र प्रधान, लालसोट विधायक रामविलास डूंगरपुर मौके पर पहुंचे। जहां आयोजित हुई गांव की पंचायत में कृषि मंत्री डॉ. मीणा ने महिला के लापता होने से लेकर हत्या तक के पूरे घटनाक्रम और आरोपी के घरों में लोगों द्वारा आगजनी और तोड़फोड़ की भी जानकारी ली। जहां लोगों ने महिला की हत्या के आरोपी को कड़ी सजा दिलाने और आगजनी के घटनाक्रम में पुलिस द्वारा निर्दोष लोगों को नहीं फंसाने की भी मांग रखी।
बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कृषि मंत्री डॉ करोड़ी लाल मीणा ने कहा कई दिन पहले गांव में अप्रिय घटना घटित हो गई थी। इसके बाद उपजे तनाव के हालात में पुलिस द्वारा बर्बरता करने की बात भी सामने आई है। उन्होंने कहा कि देश में कानून का राज है और कानून हाथ में लेने का अधिकार किसी को नहीं दिया जा सकता। जिसने भी गलती की है उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
कृषि मंत्री डॉ. करोड़ी लाल मीणा ने कहा कि मैंने ग्रामीणों को आश्वस्त किया है कि किसी को भय में आने की आवश्यकता नहीं है। यह हमारी सरकार की जिम्मेदारी है। इस संबंध में शीघ्र ही पुलिस अधिकारियों से वार्ता की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि नांदरी गांव के एक युवक ने 28 अप्रैल को जगराम नाम के युवक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी कि वह उसकी पत्नी को 27 अप्रैल को चारा भरवाने की बात कहकर ले गया था, लेकिन वापस नहीं लौटे। इसके बाद युवक ने पत्नी के घर नहीं लौटने पर उसे तलाश किया, लेकिन पता नहीं चला।
शिकायत के बाद पुलिस ने तलाश शुरू की तो लापता महिला का शव 29 अप्रैल को जंगल के पास क्षत-विक्षत हालत में पड़ा मिला। इस पर मृतका के पति ने हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि जगराम मीणा ने दुष्कर्म के बाद उसकी 6 माह की प्रेग्नेंट पत्नी की हत्या कर दी। मामले में पुलिस ने 1 मई को आरोपी जगराम मीणा को गिरफ्तार किया था।इसके बाद गुस्साए ग्रामीणों ने आरोपी के घरों में आगजनी कर दी थी। पुलिस पर भी पथराव कर दिया था। मामले में पुलिस ने नांदरी गांव के 150 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया। साथ ही 4 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है।