चित्तौड़गढ़। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने पीपलखूंट, प्रतापगढ़ की विद्यालय में पढ़ने वाली दो बच्चियों के छेड़छाड़ से परेशान होकर आत्महत्या करने के मामले में उनके घर जाकर श्रद्वांजलि दी, पीड़ित परिजनों से मिलकर ढांढस बंधाया और उपस्थित पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार के राज में न तो महिलाएं सुरक्षित हैं और न बच्चियां। जिस प्रकार से यह घटना हुई है यदि समय रहते कार्रवाई हो जाती तो बच्चियों को आत्महत्या नहीं करनी पड़ती।
सीपी जोशी ने कहा कि 4 अक्टूबर को पीड़ित परिजनों ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी परंतु कुछ नहीं हुआ। 6 अक्टूबर को छेड़छाड़ करने वाले आरोपियों को थाने में ले जाया गया, उसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। आरोपी 7 अक्टूबर को बच्चियों को घर से उठाकर ले गए और ढूंढने पर परिजनों को बच्चियां अचेत अवस्था में मिली।
सरकार और पुलिस की तरफ से जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो, हताशा और न्याय नहीं मिलने के कारण उन्हें आत्महत्या के लिए मजबूर होना पड़ा।
सीपी जोशी ने कहा कि इस घटना का जिम्मेदार प्रत्यक्ष रूप से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत है, जो सरकार में गृहमंत्री भी हैं। उन्हें ऐसे मामलों के बाद अपने पद पर रहने का कोई नैतिक हक नहीं। पिछले पौने पांच वर्षों में एक के बाद एक ऐसी अनेक घटनाएं हुई है, जो प्रदेश को लगातार शर्मसार कर रही है। आज विद्यालय, एम्बुलेंस, अस्पताल, पुलिस स्टेशन, सरकारी कार्यालय, सड़क, सार्वजनिक स्थान सहित प्रदेश में महिलाएं और बच्चियां कहीं सुरक्षित नहीं है।
ऐसी घटनाएं कमजोर शासन का नतीजा है। सुरक्षित और शांतप्रिय प्रदेश माने जाने वाले राजस्थान में ऐसी घटनाएं अत्यधिक शर्मनाक है।
इस दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने उपस्थित पुलिस कर्मियों से भी बात की लेकिन वे उनके प्रश्नों का उचित जवाब नहीं दे पाए।