मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा है कि देश और प्रदेश का युवा ही नवाचार,प्रगति और सामाजिक परिवर्तन का इंजन है।इसे देखते हुए सरकार शिक्षा,व्यवसाय,रोजगार,खेल सहित हर क्षेत्र में युवाओं के सपनों को पूरा करने की दिशा में कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा गुरुवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में युवा एवं खेल विषय पर बजट पूर्व संवाद में खेल प्रतिभाओं,कोच,खेल संगठनों के प्रतिनिधियों,युवा एवं स्टार्टअप उद्यमियों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि युवा मेडल जीत कर आते हैं तो न केवल उनके परिवार का बल्कि पूरे प्रदेश का मान बढ़ता है। उन्होंने अभिभावकों का आह्वान किया कि वे पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों को खेलकूद के लिए भी पर्याप्त अवसर और प्रोत्साहन दें।

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार ग्रामीण क्षेत्र में खेल प्रतिभाओं को आगे लाने का लक्ष्य लेकर कार्य कर रही है।इसे देखते हुए आने वाले समय में प्रदेश में खेल विश्वविद्यालय खोलने और जिला एवं संभाग स्तर पर आवश्यकतानुसार खेल सुविधाएं एवं खेल छात्रावास विकसित करने का कार्य किया जाएगा।साथ ही उन्होंने कहा कि खेलो इंडिया गेम्स की तर्ज पर खेलो राजस्थान यूथ गेम्स का आयोजन करने पर भी राज्य सरकार विचार कर रही है।
*17 हजार युवाओं को दी सरकारी नौकरियां*
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व काम हुआ है।देश में 7 नए आईआईटी,16 ट्रिपल आईटी, 7 आईआईएम,15 एम्स और 315 मेडिकल कॉलेज खोलने से युवाओं के लिए उच्च शिक्षा के अवसर बढ़े हैं। यही नहीं,युवाओं को व्यावसायिक हुनर और कौशल से जोड़ने के लिए तीन हजार नए आईटीआई भी खोले गए हैं।उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने कुछ ही महीनों में युवाओं को हित में अनेक कदम उठाए हैं।अब तक 17 हजार युवाओं को सरकारी नियुक्तियां दी जा चुकी हैं।इस वर्ष 70 हजार भर्तियां राज्य सरकार की ओर से की जा रही हैं।
इस दौरान उपमुख्यमंत्री एवं वित्त मंत्री दिया कुमारी ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में अलग-अलग क्षेत्रों में सक्रिय लोगों से बजट से जुड़े सुझाव लेकर सरकार के कामकाज की दिशा तय करने की अभिनव पहल की गई है।साथ ही उन्होंने कहा कि इस प्रकार प्रदेश में सहभागी सरकार के माध्यम से प्रभावी सुशासन सुनिश्चित किया जा रहा है।
उद्योग युवा एवं खेल मामलों के मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि राज्य सरकार का फोकस प्रदेश में खेलों से जुड़े अवसरंचना विकास पर है ताकि खिलाड़ियों को अंततराष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण प्रदान किया जा सके।उद्योग,युवा एवं खेल मामलों के राज्य मंत्री के.के.विश्नोई ने कहा कि केन्द्र सरकार की फिट इंडिया,खेलो इंडिया और टारगेट ओलम्पिक पोडियम स्कीम (टॉप्स) जैसी योजनाओं से देश में खेल और खिलाड़ियों के लिए सकारात्मक वातावरण का निर्माण हुआ है।
यूनिसेफ,यूएनएफपीए,क्रीड़ा भारती सहित विभिन्न खेल संगठनों से जुड़े प्रतिनिधियों,कोच, पद्मश्री,अर्जुन पुरस्कार विजेता खिलाड़ियों,युवा एवं स्टार्टअप उद्यमियों ने बजट पूर्व संवाद में सम्मिलित होकर कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए।मध्य प्रदेश कैडर के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी पी.नरहरि ने भी बैठक के दौरान खेल अवसंरचना और प्रशिक्षण सुविधाओं के विकास के बारे में अपने अनुभव साझा किए।
बजट पूर्व संवाद में मुख्य सचिव सुधांश पंत,अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त अखिल अरोरा,मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव शिखर अग्रवाल एवं प्रमुख सचिव आलोक गुप्ता, प्रमुख शासन सचिव खेल एवं युवा मामले भवानी सिंह देथा सहित विभिन्न विभागों के उच्चाधिकारी उपस्थित रहे।