एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स पुलिस मुख्यालय की टीम ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए तमिलनाडु के चेन्नई शहर स्थित कृष्णा ज्वैलर्स शोरूम पर हथियारों के दम पर डकैती की वारदात कर सोने चांदी के आभूषण लूटने के मामले में वांछित दो बदमाशों को सांचौर जिले से दस्तयाब कर तमिलनाडु से आई विशेष पुलिस टीम को सुपुर्द किया है। इन बदमाशों को दस्तयाब करने वाली एजीटीएफ के प्रत्येक सदस्य को 10-10 हजार रुपए के नकद इनाम से सम्मानित किया गया है।
अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स एवं अपराध दिनेश एमएन ने बताया कि पकड़े गए आरोपी सुरेश विश्नोई (28) खुमानियों की ढाणी डूंगरवा थाना बागोड़ा जिला सांचौर व अशोक कुमार विश्नोई (22) गांव बावरला थाना सरवाना जिला सांचौर के रहने वाले हैं। अशोक विश्नोई अपराधी प्रवृत्ति का है। पूर्व में भी सोना और पेट्रोल पंप लूट की घटना में शामिल रहा है। इसके विरुद्ध सांचौर और जोधपुर जिले में सात आपराधिक प्रकरण दर्ज है। इस गिरोह के सदस्य गुजरात में 12 किलो सोना लूट की वारदात में भी शामिल रहे है।
एडीजी दिनेश एमएन ने बताया कि डीआईजी श्री योगेश यादव व एडिशनल एसपी विद्या प्रकाश के सुपरविजन में सक्रिय आपराधिक गिरोह एवं गैंगस्टर के बारे में आसूचना संकलन के लिए सब इंस्पेक्टर नरेंद्र सिंह के नेतृत्व में एएसआई शैलेंद्र शर्मा व दुष्यंत सिंह, हैड कांस्टेबल शाहिद अली, कांस्टेबल रविंद्र सिंह, महेंद्र सिंह बृजेश कुमार की एक टीम रवाना की गई है।
एडीजी दिनेश एमएन ने बताया कि तमिलनाडु राज्य में चेन्नई कमिश्नरेट के जिला अवाडी में थाना मुथापुडुपेट स्थित कृष्णा ज्वैलर्स शोरूम में कुछ हथियारबंद बदमाशो द्वारा 15 अप्रैल को डकैती की वारदात की। जिसमें हथियारों की नोक पर कर्मचारियों को डरा धमका कर 4 किलो सोने के आभूषण व 13 किलो चांदी व चांदी के आभूषण बदमाश लूट ले गये। टीम को सूचना मिली की घटना के आरोपी सुरेश बिश्नोई एवं अशोक कुमार सांचौर जिले में छुपे हुए हैं।
इस सूचना पर एजीटीएफ ने अपनी पहचान छुपाते हुए भीनमाल, सांचौर, चितलवाना, धोरीमना बाड़मेर तथा जोधपुर में अपनी जान की परवाह न करते हुए कठोर परिश्रम कर डकैतों के संबंध में आसूचना संकलन कर कड़ी मेहनत से इन दोनों बदमाशों को पकड़ा और उनकी निशांदेही पर 750 ग्राम सोने के आभूषण एवं लगभग 4 किलो चांदी व चांदी के आभूषण बरामद किए है। दोनों बदमाशों को तमिलनाडु से आई टीम को सौंप दिया गया है।
एडीजी दिनेश एमएन ने बताया ने बताया कि इस कार्रवाई में एजीटीएफ के सब इंस्पेक्टर नरेंद्र सिंह, एएसआई शैलेंद्र शर्मा व दुष्यंत सिंह, हेड कांस्टेबल शाहिद अली, कांस्टेबल रविंद्र सिंह, महेंद्र सिंह व बृजेश कुमार की विशेष भूमिका रही तथा कांस्टेबल संजय सिंह का तकनीकी सहयोग रहा है।