रेप पीड़िता पर हमला करने वाले राजेंद्र यादव पुलिस ने मालवीय नगर इलाके से गिरफ्तार किया है। 24 फरवरी की शाम को आरोपी ने युवती और उसके भाई पर जानलेवा हमला किया था। उसने कोटपूतली-बहरोड़ के प्रागपुरा थाने से 20 मीटर दूरी पर वारदात को अंजाम दिया था। इसके बाद भाग निकला था। सोमवार सुबह 7 बजे वह रेलवे लाइन ट्रेन की चपेट में आ गया। उसका एक पैर कट गया। दूसरा पैर पर भी चोट लगी है। उसे लहूलुहान हालत में 7.30 बजे एसएमएस ट्रॉमा सेंटर में भर्ती करवाया गया है।
डीजीपी यूआर साहू ने बताया कि आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस जगह-जगह दबिश दे रही थी। जिस दौरान ये घटना हुई, उस दौरान पुलिस आरोपी के पीछे नहीं थी। जीआरपी ने ट्रेन से कटने की सूचना पुलिस को दी। इसके बाद मौके पर पहुंची 108 ने घायल राजेन्द्र यादव को एसएमएस अस्पताल में पहुंचाया। आरोपी ट्रेन के आगे कूदा या फिर वह चपेट में आया है। इसकी जांच की जा रही है। आरोपी का अभी इलाज चल रहा है। उसके होश में आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता हैं।
कोटपूतली-बहरोड़ के पावटा का रहने वाला राजेंद्र यादव जेल भी काट चुका है। बाहर आने के बाद वह युवती से मामला वापस लेने का दबाव डाल रहा था। पीड़िता ने पुलिस से सुरक्षा मांगी थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई थी। बेखौफ दरिंदे ने अपने साथियों के साथ मिलकर 24 फरवरी की शाम पीड़िताऔर उसके भाई पर हमला कर दिया था। भीड़ देखती रही, दरिंदा गंडासे से वार करते रहे। हमलावरों ने गोली भी मारी, जो पीड़िता की रीढ़ में जा धंसी। गंभीर हालत में वह एसएमएस हॉस्पिटल में भर्ती है।
युवती के चश्मदीद भाई ने बताया था- मेरी बहन ने 17 जून 2023 को प्रागपुरा (कोटपूतली-बहरोड़) थाने में राजेन्द्र यादव पुत्र जगदीश प्रसाद के खिलाफ रेप का मामला दर्ज करवाया था। उसे पुलिस का कोई खौफ नहीं था। दूसरे ही दिन राजेंद्र ने मेरी बहन से सरेआम अभद्रता की। जान से मारने की धमकी दी। वह पुलिसकर्मियों और नेताओं के साथ अपने फोटो सोशल मीडिया पर डालता था। अपने रसूख के दम पर हम दोनों बहन-भाई को प्राइवेट कंपनी में नौकरी से हटवा दिया। बाद में पुलिस ने कार्रवाई की और राजेंद्र काे जेल भेजा। घर की आर्थिक हालत ठीक नहीं होने के कारण हम भाई-बहन ने जैसे-तैसे दूसरी कंपनी में नौकरी शुरू की। 2 माह की जेल काटने के बाद अगस्त में राजेंद्र बाहर आया तो वापस मेरी बहन के पीछे पड़ गया। 22 नवंबर 2023 को दूसरे कस्बे में नौकरी पर जाते व शाम को घर लौटते समय बाइक से बहन का पीछा किया। धमकाया कि अभी तो सिर्फ दुष्कर्म किया है, मामलावापस नहीं लेगी तो मार दूंगा। अगले दिन हमने प्रागपुरा थाने में इसकी रिपोर्ट दी। हमने सुरक्षा भी मांगी, लेकिन पुलिस ने नहीं दी।