Monday, December 23, 2024

जयपुर में हो रही रामकथा से भक्तिमय हुई छोटी काशी, राम नाम ही जीवन को भवसागर से पार लगाने का एक आधार

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संगीतमय नौ दिवसीय श्रीराम कथा महोत्सव का आयोजन जयपुर के बिड़ला मंदिर परिसर में 19 अगस्त से शुरू हो गया। श्रीराम कथा के पहले दिन संत शंभू शरण लाटा ने राम नाम की महिमा बताते हुए कहा कि कलयुग में कोई इंसान कपट नहीं करे यह बहुत आश्चर्यजनक है, कलयुग के दुष्प्रभावों से भगवान श्री राम का नाम ही बचा सकता है।संत शंभू शरण लाटा ने श्रीराम कथा की शुरूआत श्रीराम जय राम… जय जय राम भजन से की तो बिड़ला मंदिर परिसर तालियों की गड़गड़ाहट और भगवान राम के जयकारो से गूंज उठा। यहां इनके साथ आए संगीत समूह ने कई वाद्य यंत्र बजाए तो वातावरण पूरी तरह आस्था के भाव से भक्तिमय हो गया।रामकथा प्रतिदिन दोपहर 2 बजे प्रारंभ होगी और शाम 6 बजे तक इसका रसास्वादन श्रद्धालुगण कर सकते हैं।भजनों की रसधार और कथा ने जयपुर वासियो को मंत्रमुग्ध कर दिया । कथा में आये श्रदालुओ ने भी यहाँ भजनों और कथा में जमकर आनंद लिया।

उन्होंने कहा कि इस संसार में जो सहन करेगा वो ही जग में रहेगा।उन्होंने आगे कहते हुए कहा कि आज की पीढ़ी में सहनशक्ति की कमी हैं और उसी के कारण आज घर घर में लड़ाई और कलह बढ़ता जा रहा हैं। परिवार के विखंडन का कारण भी लोगो के मन में सहनशीलता का ना होना ही हैं। उन्होंने श्रद्धालुओं को बताते हुए कहा कि महिलाओं पर किसी पर प्रकार का अत्याचार नहीं करना चाहिए वे शक्ति का रूप हैं। देवता भी महिलाओं के प्रति आदर और सम्मान की भावना रखते हैं।

उन्होंने कहा कि सत्य के बराबर कोई धर्म नहीं हैं सिर्फ़ सत्य ही आपकी रक्षा कर सकता हैं।आज के परिवेश में हर बात में झूठ का आचरण किया जाता हैं।सत्य स्वयं नारायण हैं।उन्होंने समझाते हुए कहा कि अब आप अपने आप से तो झूठ बोल सकते हैं लेकिन स्वयं नारायण परमात्मा से झूठ कैसे बोल पाओगे।

पंडित शंभू शरण लाटा द्वारा राम कथा का वाचन पूरे देश में पिछले कई वर्षों से किया जा रहा है। पंडित शंभू शरण लाटा के अनुसार यदि राम कथा सुनने के बाद किसी एक व्यक्ति के जीवन में भी परिवर्तन आता है तो, उनका राम कथा कहने का उद्देश्य सफल हो जाता है।

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