यू तो राजस्थान का सवाई मानसिंह हॉस्पिटल प्रदेश का सबसे बड़ा हॉस्पिटल माना जाता हैं और अपने अच्छे इलाज़ और बेहतर प्रबंधन के लिये ख़ुद ही अपनी पीठ धपधपाता हैं और अपने पास देश के अच्छे डॉक्टर होने की बात करता हैं। लेकिन जयपुर के ये डॉक्टरने ही एक परिवार के बच्चे को उनसे हमेशा के लिए छीन लिया हैं ।
राजस्थान के जयपुर में सवाई मानसिंह अस्पताल (Sawai Man Singh Hospital) में बड़ी लापरवाही सामने आई है।यहां एक्सीडेंट के बाद इलाज के लिए भर्ती 23 साल के युवक सचिन शर्मा को दूसरे ग्रुप का ब्लड अस्पताल के कर्मचारियों ने चढ़ा दिया। जिससे युवक की दोनों किडनियां फेल हो गईं। शुक्रवार सुबह उसकी मौत हो गई।
दुनिया में भगवान के बाद डॉक्टर्स को भगवान का दर्ज़ा दिया जाता हैं लेकिन जब ये ख़ुद ही अपना धर्म छोड़कर लापरवाही से किसी बेगुनाह की जान ले ले तो इसे क्या कहेंगे । राजधानी जयपुर में भी इसी तरह का एक बेहद दिल दहला देने वाला दुर्घटना सामने आयी हैं जहाँ डॉक्टर, वार्ड बॉय और नर्सिंग स्टाफ़ की एक लापरवाही के कारण किसी के घर का चिराग़ हमेशा के लिए अस्त हो गया। मृतक सचिन शर्मा को खून की ज़रूरत थी इलाज़ खून चढ़ाकर किया जाना था जबकि ग़लत खून चढ़ा दिया और ग़लत खून चढ़ाने के कारण सचिन कि मौत हो गई और वीके हमेशा हमेशा के लिये दुनिया को अलविदा कर गया। बेक़सूर और बेगुनाह डीलर की गलती सिर्फ़ इतनी थी की उसने एसएमएस के डोस्टर पर भरोसा किया। सचिन के परिवार ही हालत ख़राब हैं एक छोटी बहन हैं पिता का आया पहले ही सिर पर से उठ चुका हैं। किसी तरह से सचिन शर्मा परिवार के लिए मेहनत करके परिवार का गुजारा करता था लेकिन ग़लत खून चढ़ाने के बाद सचिन की मौत हो गई। इसके साथ ही आज पूरे फिन जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल के बाहर माहौल गरम हो गया । मामला स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खिवसर, ACS मेडिकल सहित पूरा हॉस्पिटल प्रशासन की हालत ख़राब हो गई। एसएमएस हॉस्पिटल के अधीक्षक सीर अचल शर्मा ने माना की गलती हुई हैं और दोषियों के ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्यवाही की जाएगी। इसके बाद दोषियों के ख़िलाफ़ FIR दर्ज़ की गई ।
ये सब हमने आपको वो बताया जो ऊपरी तौर पर हुआ अब बात करते हैं अंदरखाने की। सचिन शर्मा की मौत के बाद भी अस्पताल प्रशासन की बेरुख़ी मृतक के परिवार के साथ देखी गई। सरकार की तरफ़ से ना कोई प्रतिनिधि पहुँचा बस सचिवालय के बंद कमरों में सिर्फ़ दिखावटी बातें हो रही थी और समय को टाला जा रहा था। इसके बाद क्षेत्रीय विधायक के साथ एक विधायक और पहुँचे इसके बाद कांग्रेस नेता आरआर तिवाड़ी, पहुँचे। अब मृतक सचिन शर्मा की मौत पर समाज के प्रतिनिधि न्याय दिलाने पहुँचे हैं लेकिन सवाल इस बात का हैं कि आख़िर कैसे और कब तक सचिन शर्मा को न्याय मिलेगा। और इस तरह की लापरवाही कैसे और कब तक बर्दाश्त किया जाएगा। कई बार मरीज़ के इलाज के नाम पर कई बार एक्सपेरिमेंट करने लग जाते हैं । मौत के खेल के नाम पर अपनी रोटियाँ सेकने वाले कब तक बाहर खुलेआम घूमते रहेंगे।