Tuesday, December 24, 2024

जेल मेंअपराधियों को सुविधा देने के नाम पर 20 लाख की प्रति माह वसूली,दो जेल प्रहरी सहित 11 लोग गिरफ्तार

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अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में बंद लॉरेंस गैंग के बदमाशों से मोबाइल और अन्य सुविधाओं के बदले हर महीने करीब 20 लाख की वसूली का मामला उजागर हुआ है। चित्रकूट पुलिस ने इस मामले दो जेल प्रहरी सहित 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी से सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड के आरोपी सुमित यादव को हथियार पहुंचाने की साजिश नामकाम हो गई। जेल कर्मियों की पहचान डीडवाना निवासी पवन जांगिड़ और विक्रम सिंह के रूप में हुई है। आरोपियों से देशी कट्टा, कारतूस, चार मोबाइल सहित अन्य सामान बरामद किया है।

कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया कि गोगामेड़ी हत्याकांड में शामिल लॉरेंस गैंग के बदमाशों ने जेल से जयपुर के व्यापारियों से फिरौती मांगी थी। शिकायत पर एडिशनल कमिश्नर कैलाश बिश्नोई और डीसीपी वेस्ट अमित कुमार के नेतृत्व में टीम बनाई गई। दो माह की निगरानी में आया कि बदमाशों को जेल कर्मी मोबाइल और अन्य सुविधाओं के बदले हर महीने लाखों रुपए की वसूली होती है।
जयपुर में लेन-देन के विवाद में कई व्यापारी गैंग की मदद लेते थे। शिप्रापथ इलाके में एक व्यापारी ने गैंगस्टर रोहित गोदारा की मदद लेकर दूसरे पक्ष पर फायरिंग करवाई थी। हालांकि इस मामले में पुलिस कार्रवाई करके कई बदमाशों को गिरफ्तार कर चुकी। झोटवाड़ा में भी एक व्यापारी ने 37 लाख के विवाद के लिए जेल में बंद बदमाशों से संपर्क किया था।

डीसीपी अमित कुमार ने बताया कि चित्रकूट पुलिस ने नीमराना निवासी विक्रम को हथियार और दो मोबाइल के साथ पकड़ा था। विक्रम से पूछताछ में आया कि दोनों मोबाइल हाई सिक्योरिटी जेल में गोगामेड़ी हत्याकांड के आरोपी सुमित यादव को देने थे। हथियार-बाइक जितेन्द्र चौधरी और रामस्वरूप ने दी थी। रामस्वरूप पहले हत्या के मामले में जयपुर जेल में बंद था। इसी दौरान उसकी सुमित से दोस्ती हुई थी।

रामस्वरूप ने जेल में कैंटीन का सामान पहुंचाने वाले गंगाराम गुर्जर, नरेश और साहिल से जेल प्रहरी पवन और विक्रम के सौदा तय हुआ। इसके बाद सुमित और गोगामेड़ी हत्याकांड में शूटर रहे रोहित राठौड़ और नितिन फौजी सहित अन्य बदमाशों को मोबाइल और अन्य सुविधा मिलनी शुरू हो गई। 16 मार्च को जेल प्रहरी विक्रम को मेड़ता ट्रांसफर हो गया। इस दौरान बदमाशों ने जेल में सीसीटीवी कैमरे लगाने गए राकेश जांगिड़ के साथ ड्रिल मशीन में मोबाइल रखकर भेज दिया था।

जयपुर के पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज का कहना है कि इस मामले में  जेल के अधिकारी और कर्मचारी निगरानी की जा रही है । इस मामले में आरोपी सुमित यादव निवासी हरियाणा, विक्रम सिंह कोटपूतली, जीतराम चौधरी अजमेर, साहिल शर्मा हरियाणा, राकेश जांगिड़ टोंक, गंगाराम गुर्जर अजमेर, मनोज सिंह भरतपुर, रामस्वरूप अजमेर, नरेश बाड़मेर, जेलकर्मी विक्रम सिंह नागौर और पवन जांगिड़ डीडवाना नागौर को गिरफ्तार किया हैं। 

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