भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी को श्रद्धाजंली अर्पित करते हुए कहा कि डॉ. मुखर्जी ने अपने जीवन को राष्ट्र के प्रति समर्पित कर दिया था। कश्मीर को लेकर डॉ. मुखर्जी ने नारा दिया था कि एक देश में दो निशान, दो विधान और दो प्रधान नहीं चलेंगे। इस नारे कोे 70 साल बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने 70 मिनट में पूरा करते हुए कश्मीर से धारा 370 और 35 ए हटाने का ऐतिहासिक काम किया। वहीं दूसरी ओर कुछ राष्ट्र विरोधी लोग और पार्टी कश्मीर के मामले को यूएन में ले जाने का काम कर रहे थे, धारा 370 के बिल को संसद में फाड़ने का काम कर रहे थे, ऐसी राष्ट्र विरोधी शक्तियों को कमजोर करने के लिए भाजपा के प्रत्येक कार्यकर्ता को एकजुट होकर डॉ मुखर्जी के पदचिन्हों पर कार्य करने की आवश्यकता हैं।
भाजपा प्रदेश कार्यालय में रविवार को जनसंघ के संस्थापक डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, प्रदेश सह प्रभारी विजया राहटकर ने ‘‘स्मरण अभियान‘‘ की शुरुआत की। इस दौरान प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी और प्रदेश सह प्रभारी विजया राहटकर ने ‘‘एक पेड़ माँ के नाम अभियान‘‘ की भी शुरुआत की। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष जोशी ने कहा कि जनसंघ की स्थापना के बाद जब देश में संघ की तीन सीटें आई थी, उस दौर में 1 सीट राजस्थान से चित्तौडगढ़ की भी थी। ऐसे में राजस्थान ने भी उस दौर में जनसंघ का दीया जलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। जनसंघ के संस्थापक डॉ मुखर्जी ने देश में पंडित नेहरू के परमिट व्यवस्था का भी विरोध किया था। इसी विरोध के स्वरूप उन्होंने राष्ट्र के लिए अपना बलिदान दे दिया, लेकिन उनके बलिदान को जनसंघ के बाद जनता पार्टी एवं फिर भारतीय जनता पार्टी ने समझा और आज कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। भाजपा डॉ मुखर्जी के बलिदान दिवस से लेकर उनकी जयंती तक प्रदेश के सभी शक्ति केंद्रों पर ‘‘एक पेड़ मां के नाम‘‘ अभियान के तहत 370 पेड़ लगाएगी। इस अभियान का आगाज भाजपा प्रदेश कार्यालय से किया गया। भाजपा इस अभियान में प्रदेश के सभी सामाजिक और गैर सामाजिक संगठनों से भी वृक्षारोपण करने की अपील करती है।
कश्मीर में जिन हाथों में पत्थर हुआ करते थे, मोदी ने उन हाथ को रोजगार देकर उस परिवार को आगे बढ़ाने का किया कामः विजया राहटकर
भाजपा की प्रदेश सह प्रभारी विजया राहटकर ने कहा कि डॉ. मुखर्जी सच्चे अर्थों में मानवता के उपासक और सिद्धान्तवादी नेता थे। बहुमुखी प्रतिभा के धनी और शिक्षाविद् डॉ मुखर्जी के जीवन चरित्र को हमें अपने जीवन में उतारना चाहिए। डॉ मुखर्जी का देश के लिए त्याग, बलिदान आज भी याद किया जाता है। डॉ मुखर्जी उस दौर में जो विचार लेकर चले थे, उनके विचारों को देश में समझने वाला कोई नहीं था। इसके बावजूद उन्होंने अपने विचारों को आगे बढाया। हमें डॉ मुखर्जी की विचारधारा को साथ लेकर आगे बढ़ना चाहिए। उनकी विद्वता के बारे में चर्चा करनी चाहिए। डॉ मुखर्जी के सपने का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरा करने का काम किया। कश्मीर में जिन हाथों में पत्थर हुआ करते थे, मोदी ने उन हाथ को रोजगार देकर उस परिवार को आगे बढ़ाने की दिशा में काम किया है।
डॉ. मुखर्जी के योगदान के चलते प.बंगाल और कश्मीर आज भारत का अभिन्न अंगः घनश्याम तिवाड़ी
राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाडी ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जीवन परिचय पर विस्तृत चर्चा करते हुए कई संस्मरण सुनाए। सांसद तिवाडी ने कहा कि प. बंगाल और कश्मीर आज भारत का अंग है तो उसमें डॉ मुखर्जी का बहुत बड़ा योगदान है। आज भाजपा के सभी कार्यकर्ताओं को डॉ मुखर्जी के पत्रों को जरूर पढ़ना चाहिए। जनसंघ से लेकर भाजपा की यात्रा में डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पं. दीनदयान उपाध्याय और अटल बिहारी वाजपेयी जैसे महापुरूषों के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। आज भी भाजपा इनके योगदान के प्रति कृतज्ञ है।
कार्यक्रम के दौरान पूर्व सांसद रामचरण बोहरा, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष नाहर सिंह जोधा, भाजपा महामंत्री श्रवण सिंह बगडी, विधायक कालीचरण सराफ, गोपाल शर्मा, नगर निगम उप महापौर पुनीत कर्णावत, भाजपा कार्यालय प्रभारी मुकेश पारीक सहित भाजपा पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे।
वहीं वृक्षारोपण कार्यक्रम के दौरान भाजपा प्रदेश मंत्री अजीत मांडण, भूपेंद्र सैनी, ओबीसी मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष चंपालाल गेदर, प्रदेश मीडिया संयोजक प्रमोद वशिष्ठ, भाजपा मीडिया कार्यालय प्रभारी चंपालाल रामावत, प्रदेश प्रवक्ता नरेंद्र कटारा, पैनेलिस्ट सुरेश गर्ग, विकास बारेठ, विक्रम सैनी, प्रबुद्धजन प्रकोष्ठ के संयोजक राजेंद्र सिंह शेखावत, युवा मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष अंकित चेची, भाजयुमो जिलाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष अनुराधा माहेश्वरी सहित कई भाजपा कार्यक्रर्ता मौजूद रहे।