जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 123 वीं जयंती के अवसर पर भाजपा प्रदेश कार्यालय में आज उनके चित्र पर पुष्पांजली अर्पित की गई।
जयपुर सांसद मंजू शर्मा ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जीवन मूल्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि डॉ. मुखर्जी ने अपने जीवन को राष्ट्र के प्रति समर्पित कर दिया था। कश्मीर को लेकर डॉ. मुखर्जी ने नारा दिया था कि एक देश में दो निशान, दो विधान और दो प्रधान नहीं चलेंगे। इस नारे कोे 70 साल बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने 70 मिनट में पूरा करते हुए कश्मीर से धारा 370 और 35 ए हटाने का ऐतिहासिक काम किया।
वहीं दूसरी ओर कुछ राष्ट्र विरोधी लोग और राजनैतिक पार्टियां कश्मीर के मामले को यूएन में ले जाने का काम कर रहे थे, धारा 370 के बिल को संसद में फाड़ने का काम कर रहे थे, ऐसी राष्ट्र विरोधी शक्तियों को कमजोर करने के लिए भाजपा के प्रत्येक कार्यकर्ता को एकजुट होकर डॉ मुखर्जी के पदचिन्हों पर कार्य करने की आवश्यकता हैं।
जयपुर सांसद मंजू शर्मा नेे कहा कि जनसंघ के संस्थापक डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने देश में पंडित नेहरू की परमिट व्यवस्था का भी विरोध किया था। इसी विरोध के स्वरूप उन्होंने राष्ट्र के लिए अपना बलिदान दे दिया, लेकिन उनके बलिदान को जनसंघ के बाद भारतीय जनता पार्टी ने समझा और आज कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। डॉ. मुखर्जी उस दौर में जो विचार लेकर चले थे, उनके विचारों को देश में समझने वाला कोई नहीं था। इसके बावजूद उन्होंने अपने विचारों को आगे बढाया। हमें डॉ. मुखर्जी की विचारधारा को साथ लेकर आगे बढ़ना चाहिए। डॉ. मुखर्जी के सपने को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरा करने का काम किया। कश्मीर में जिन हाथों में पत्थर हुआ करते थे, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन हाथों को रोजगार देकर उनके परिवारों को आगे बढ़ाने की दिशा में काम किया है।
पुष्पांजली कार्यक्रम के दौरान भाजपा के संगठक प्रद्युम्न कुमार, प्रदेश मीडिया संयोजक प्रमोद वशिष्ठ, प्रदेश कार्यालय प्रभारी मुकेश पारीक, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष अनुराधा माहेश्वरी और भाजपा मीडिया कार्यालय प्रभारी चंपालाल रामावत सहित अन्य भाजपा पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे।