पूर्व राज्यपाल और उप मुख्यमंत्री रहीं राजस्थान की वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. कमला बेनीवाल का गुरुवार को जयपुर में अंतिम संस्कार हुआ। गोविंद सिंह डोटासरा ने सोशल मीडिया x पर पोस्ट करते हुए बेनीवाल के अंतिम संस्कार में राजकीय सम्मान नहीं देकर उनका अपमान करने का आरोप लगाया।
पूर्व राज्यपाल और उप मुख्यमंत्री रहीं राजस्थान की वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. कमला बेनीवाल का गुरुवार को जयपुर में अंतिम संस्कार हुआ। एक दिन पहले इलाज के दौरान उनका निधन हो गया था। अंतिम संस्कार शहर के लालकोठी श्मशान घाट पर हुआ। शव यात्रा से पहले उपस्थित लोगों और परिवारजनों ने श्रद्धांजलि दी। इसके बाद कमला बेनीवाल के पुत्र आलोक बेनीवाल ने मुखाग्नि दी। अंतिम संस्कार में कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, पूर्व मंत्री और भाजपा नेता लालचंद कटारिया, आमेर विधायक प्रशांत शर्मा, कांग्रेस जिला अध्यक्ष आरआर तिवारी, इंद्रराज गुर्जर, पूर्व विधायक महादेव खंडेला सहित कई जनप्रतिनिधि और शहर के गणमान्य नागरिक शामिल हुए। डोटासरा ने राजकीय सम्मान नहीं देने का आरोप लगाया।
गोविंद सिंह डोटासरा ने सोशल मीडिया x पर पोस्ट करते हुए बेनीवाल के अंतिम संस्कार में राजकीय सम्मान नहीं देकर उनकाअपमान करने का आरोप लगाया। उन्होंने लिखा है, स्वतंत्रता सेनानी और गुजरात की पूर्व राज्यपाल डॉ. कमला बेनीवाल जी की अंत्येष्टि में उन्हें राजकीय सम्मान नहीं दिया गया। क्या दिल्ली के ‘इशारे’ पर दिवंगत सेनानी का अपमान किया गया? या ये मानवीय भूल हुई है? स्वतंत्रता सेनानी को आखिरी सम्मान न देना क्या उचित है? सरकार जवाब दे।
कमला बेनीवाल के बेटे आलोक बेनीवाल कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में भले ही शामिल हो गए है, लेकिन अंतिम संस्कार के समय माहौल कांग्रेसमयी रहा। सालों तक राजस्थान कांग्रेस की राजनीति में अहम भूमिका निभाने वाली कमला बेनीवाल को कांग्रेस के झंडे में लिपटे पार्थिव शरीर के साथ अंतिम विदाई दी गई।
अंतिम संस्कार से पहले कमला बेनीवाल का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए उनके आवास पर रखा गया। वहां मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा समेत बड़े नेताओं ने श्रद्धांजलि दी। डोटासरा ने पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।