न्यू सांगानेर रोड को चौड़ा करने के लिए जेडीए की ओर से की जा रही तोड़फोड़ की कार्रवाई आज रेलवे ओवरब्रिज तक पहुंच गई. कार्रवाई के तीसरे दिन दो किलोमीटर लंबे क्षेत्र में करीब 280 निर्माण हटाया गया.
न्यू सांगानेर रोड को 200 फीट चौड़ा करने के उद्देश्य से जेडीए की ओर से 26 जून से कार्रवाई शुरू की गई थी. आज तीसरे दिन मंगल फार्म से जेडीए ने तोड़फोड़ शुरू कर दी. यहां से दो किलोमीटर की लंबाई में सड़क सीमा के दायरे में आए करीब 280 निर्माणों को हटाया गया. इनमें 188 दुकान/मकान, 2 होटल/कैफे,1 स्कूल,3 मैरिज गार्डन,18 व्यवसायिक कॉम्पलैक्स,5 चारदिवारी,1 मंदिरनुमा ढ़ांचा शामिल है. हाईकोर्ट आदेश पर पिछले तीन दिन से चल रही जेडीए की कार्रवाई में आज तक कुल 650 निर्माणों को हटाया गया. हांलाकि मेट्रो स्टेशन से लेकर न्यू सांगानेर रोड रेलवे ओवरब्रिज तक साढ़े छह किलोमीटर की लंबाई में कुल 691 निर्माण चिन्हित किए गए थे. लेकिन हाईकोर्ट की ओर से 11 मामलों में अंतरिम रोक लगाई है. उसी तरह जेडीए अपीलीय अधिकरण की ओर से सात मामलों में मौजूदा स्थिति यथावत रखने के आदेश दिए हैं. इन मामलों से जुड़े अधिकतर निर्माणों को कार्रवाई के दौरान छोड़ा गया है. मुख्य नियंत्रक प्रवर्तन महेन्द्र कुमार शर्मा ने बताया कि पिछले तीन में अदालती स्थगन आदेश के अलावा सभी निर्माणों को हटाया गया.
जेडीए के जोन उपायुक्त सुनील शर्मा का कहना है कि जिन मामलों में भी अदालती स्थगन आदेश है. उसका विधिक परीक्षण कराया जा रहा है. उसके बाद उनमें कार्रवाई के बारे में फैसला किया जाएगा. सड़क के दूसरे छोर मानसरोवर की तरफ के सड़क सीमा के निर्माणों को हटाने की कवायद शुरू की जाएगी.
जेडीए की तीन दिन चली कार्रवाई में मेट्रो स्टेशन से लेकर न्यू सांगानेर रोड रेलवे ओवरब्रिज तक सड़क सीमा के निर्माण हटाए गए. कुछ लोगों ने खुद अपने स्तर पर निर्माण हटाने शुरू कर दिया था. पूरी कार्रवाई के दौरान प्रभावितों का कोई बड़ा विरोध सामने नहीं आया.