पर्यावरण समिति की बैठक में जिला कलेक्टर ने कहा जयपुर जिले में वायु प्रदूषण नियंत्रण करने और हवा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए हर संभव प्रयास किये जाएं, इसके लिए नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम के तहत निर्धारित मापदंडों की पालना सुनिश्चित किया जाए। बैठक की अध्यक्षता करते हुए कलक्टर ने नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम की समीक्षा की। बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंनेे कहा कि राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम का उद्देश्य राजधानी की आबोहवा में सुधार करना है, इसके लिए भीड़भाड़ वाले इलाकों में धूलीय कणों के उत्सर्जन कोे रोकने के लिए व्यापक प्रबंध किये जाएं।
बैठक में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा पारित निर्णयों की अनुपालना पर चर्चा की गई, जिसमें ठोस कचरा प्रबंध एवं निस्तारण की समीक्षा की गई। कलक्टर ने बैठक में डंपिंग यार्ड में बचे पुराने कचरे का वैज्ञानिक पद्धति सेे निस्तारण करने एवं सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग के खिलाफ निकायों को प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने जयपुर में स्वच्छ हवा के लिए हरित क्षेत्र बढ़ाने, एंटी स्मॉग गन का इस्तेमाल करने सहित जिला पर्यावरणीय योजना के प्रभावी क्रियान्वयन पर जोर दिया। बैठक में 15वें वित्त आयोग द्वारा नेशलन क्लीन एयर प्रोग्राम के तहत निगमों को प्राप्त बजट के तहत करवाये गए कार्यों के शेष रहे उपयोगिता प्रमाण पत्रों तथा वर्ष 2022-23 में प्रस्तावित कार्यों की प्रगति एवं उपयोगिता प्रमाण पत्रों पर चर्चा की गई।
केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण मंडल के वरिष्ठ वैज्ञानिकों ने बैठक में फोगिंग मशीन से एमजीसीएल का छिड़काव करने सहित कई अहम सुझाव दिये। साथ ही बैठक में कलेक्टर ने जिले में अवैध खनन के खिलाफ प्रभावी कार्यवाही अमल में लाने के निर्देश भी दिये। साथ ही उन्होंने खनन विभाग के अधिकारियों को कार्यवाही के दौरान जब्त खनिज की न्यायालय की मंजूरी के बाद नीलामी के भी निर्देशित किया। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रथम) दिनेश कुमार शर्मा, जिला पर्यावरण समिति के सदस्य सचिव वी. केतन कुमार, केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण मंडल, राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल, नगर निगम सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।