राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और राज्यपाल कलराज मिश्र की गरिमामयी उपस्थिति में जैसलमेर के शहीद पूनम सिंह स्टेडियम में ’’लखपति दीदी सम्मेलन’’ का आयोजन हुआ। राजस्थान ग्रामीण विकास विभाग के तत्वावधान में हुए सम्मेलन में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि समृद्ध महिलाओं से ही समाज, प्रदेश व देश की खुशहाली संभव है। हमारी सरकार महिला सशक्तिकरण और उनके सर्वांगीण विकास के लिए कृत संकल्पित है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नारी शक्ति के महत्व को समझते हुए लखपति दीदी योजना की शुरूआत की है। श्री मोदी के कुशल नेतृत्व में महिला समृद्धि में हुए कार्यों से देश और प्रदेश समृद्ध और सशक्त होगा।
1000 करोड़ का होगा निवेश, मिलेगा कौशल विकास प्रशिक्षण
मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए इस योजना की शुरूआत की गई है। इस योजना के माध्यम से स्वयं सहायता समूह से जुड़ी देश की 2 करोड़ माताओं-बहिनों को रोजगारोन्मुखी कौशल विकास प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत राजस्थान की 11.24 लाख महिलाओं को लाभान्वित करने का लक्ष्य रखा गया है। अब तक 3 लाख महिलाओं को इस श्रेणी में लाया जा चुका है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार स्वयं सहायता समूहों को और अधिक सशक्त बनाने की दिशा में कार्य कर रही है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को 150 करोड़ रुपए के चैक भी वितरीत किए।
मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशभर में 2 करोड़़ लखपति दीदी बनाने का संकल्प लिया है। इसे साकार करने के लिए 1,000 करोड़ रूपये के निवेश के साथ महिला सशक्तिकरण एसएचजी मिशन शुरू किया जाएगा। इसमें 2 लाख नई महिला सदस्यों को एसएचजी से जोड़ने का लक्ष्य है और उन्हें सरल ऋण सुविधाएं व मार्केट लिंकेज की सुविधा प्रदान करने की कार्ययोजना बनाई जा रही। उन्होंने कहा कि एसएचजी में काम करने वाली लगभग 28 लाख महिलाओं को महिला सशक्तिकरण क्रेडिट कार्ड योजना के माध्यम से न्यूनतम दर पर 1 लाख रुपए तक का ऋण उपलब्ध कराने के लिए रोडमैप तैयार किया जाएगा।
हर जिले में स्थापित होगा महिला थाना
मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि महिला सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। इसी क्रम में प्रदेश के हर जिले में एक महिला थाना स्थापित होगा। हर पुलिस थाने में महिला डेस्क की स्थापना होगी तथा सभी प्रमुख शहरों में एंटी रोमियो स्क्वॉड का गठन भी होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने 16 दिसम्बर से सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी देने और नागरिकों को सशक्त बनाने के लिए विकसित भारत संकल्प यात्रा की शुरुआत की है। इस यात्रा के माध्यम से हर पात्र परिवार और व्यक्ति को जनकल्याणकारी योजनाओं से जोड़ा जाएगा। यात्रा की मॉनिटरिंग के लिए ग्राम पंचायत से लेकर राज्य स्तर तक टीम गठित की गई हैं।
महिला उद्यमियों से संवाद, प्रदर्शनी का अवलोकन
इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, राज्यपाल कलराज मिश्र तथा मुख्यमंत्री ने स्वयं सहायता समूहों से संबंधित प्रदर्शनी का अवलोकन कर उनसे जुड़ी महिला उद्यमियों से संवाद किया। उन्होंने सम्मेलन में दुग्ध उत्पाद, लकड़ी उत्पाद, ब्लू पॉटरी, मीनाकारी, कोटा डोरिया, वाटर शेड, उद्यम संवर्धन, डिजिटल फाइनेंस एवं वित्तीय समावेश, कशीदाकारी, वन धन विकास योजना, महिला किसान उत्पादक संगठन, सेनेटरी पैड उत्पादन इकाई, मार्बल उत्पाद, जूट उत्पाद, दरी और कालीन, बाजरे के उत्पाद, राली उत्पाद, पट्टू आर्ट, टैराकोटा की स्टॉल का अवलोकन कर महिलाओं को प्रोत्साहित किया। इस दौरान राष्ट्रपति ने एक हैण्डमेड बैडशीट भी खरीदी।
महिलाओं के माध्यम से देश का विकास
केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की महिलाओं के सशक्तिकरण तथा उनके जीवन में परिवर्तन लाने का संकल्प लिया है। इसी क्रम में कई महत्वपूर्ण योजनाओं को धरातल पर उतारा गया है। माताओं और बहिनों की गरिमा को बनाए रखने के लिए देशभर में शौचालयों का निर्माण, उन्हें धुंए से मुक्ति दिलाने के लिए उज्ज्वला योजना के माध्यम से घर-घर तक रसोई गैस तथा पीने के पानी के लिए हर घर तक नल से जल पहुंचाने का कार्य हमारी सरकार द्वारा किया जा रहा है।
उपलब्ध होंगे आजीविका के नवीन साधन
केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि महिला सशक्तिकरण के लिए चलाई जा रही लखपति दीदी योजना के माध्यम से आने वाले समय में प्रदेश की महिलाएं सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक दृष्टि से मजबूत होंगी। इस पहल से महिलाओं के कौशल विकास के साथ ही उन्हें आजीविका के नवीन साधन उपलब्ध हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में देश की माताओं व बहिनों का बहुत बड़ा योगदान रहेगा।
समारोह में जैसलमेर विधायक छोटू सिंह भाटी, पोकरण विधायक प्रताप पुरी, अतिरिक्त मुख्य सचिव ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज अभय कुमार, सचिव श्रीमती मंजू राजपाल सहित अन्य जनप्रतिनिधि, वरिष्ठ अधिकारी तथा बड़ी संख्या में स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाएं उपस्थित थीं।