पुलिस महकमे में अब हेड कांस्टेबल से निरीक्षक तक होने वाली पदोन्नति परीक्षा की बजाय अन्य सेवाओं की तरह वरिष्ठता के आधार की जाएगी मुख्यमन्त्री अशोक गहलोत ने पुलिस महक़मे को बड़ी ख़ुशी देते हुए इसकी घोषणा की हैं। इस निर्णय के बाद पुलिस महकमें के एक वर्ग में बड़ी ख़ुशी सी दिखाई दे रही है मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस घोषणा के करने के बाद पुलिस मुख्यालय पंहुचने पर पुलिस कर्मियों ने हेड कांस्टेबल से निरीक्षक तक होने वाली पदोन्नति परीक्षा की बजाय अन्य सेवाओं की तरह वरिष्ठता के आधार पर करने की घोषणा के लिए प्रसन्नता व्यक्त करते हुए आभार व्यक्त किया।
गहलोत को पुलिस कर्मियों ने कहा कि इस घोषणा से पुलिस कर्मियों में भारी हर्ष की लहर व्याप्त है।वरिष्ठता अनुसार पदोन्नतियां होने से सभी पुलिसकर्मियों को पदोन्नति का वरिष्ठतानुसार लाभ मिलेगा। इससे पुलिस कर्मियों का मनोबल और कार्य क्षमता में वृद्धि होगी। पदोन्नतियों के सम्बंध में न्यायालय में होने वाले अनावश्यक वाद विवाद की स्थितियां उत्पन्न नहीं होगी। पारदर्शी पदोन्नतियां होने से विभाग के प्रति विश्वास में वृद्धि होगी।
उल्लेखनीय है कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हेड कांस्टेबल से निरीक्षक तक होने वाली पदोन्नति वरिष्ठता के आधार पर विभागीय पदोन्नति समिति के माध्यम से करने की घोषणा की थी । इसके अनुसार सेवा नियमों में पदोन्नति के लिए योग्यता परीक्षा के प्रावधान को संशोधित कर वरिष्ठता को आधार माना जाएगा। इसी आधार पर सेवा रिकॉर्ड व आचरण के मापदंड पर खरे उतरने वाले पुलिसकर्मियों को रिक्त पदों पर पदोन्नत किया जाएगा।