Wednesday, October 16, 2024

पूजा अब नहीं IAS, UPSC ने सिलेक्शन किया रद्द, नहीं दे पाएगी अब जीवन में कोई भी परीक्षा, फ़र्ज़ी दस्तावेजों से परीक्षा देना पड़ गया भारी

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आईएएस पूजा खेडकर के अपने ही झूठ ने उनके भविष्य को बर्बाद करके रख दिया है …फर्जी दस्तावेजो के आधार पर नौकरी पाने के लालच ने पूजा खेडकर को इस कधर अंधा किया कि वो ये भूल गयी कि एक दिन उनके झूठा का अंत होगा और सच्चाई सबके सामने आ ही जाएगी ….पूजा खेडकर के सच का उजागर होने के बाद संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने पूजा खेडकर की अस्थाई उम्मीदवारी को रद्द कर दिया है। इतना ही नहीं यूपीएससी ने खेडकर पर भविष्य में होने वाली किसी भी परीक्षा में शामिल होने पर रोक लगाई गई है। खेडकर के तमाम दस्तावेजों की जांच के आधार पर यूपीएससी ने खेडकर को सीएसई-2022 नियमों के उल्लंघन करने का दोषी पाया.
यहां आपको बता दें कि यूपीएससी ने इस बात के संकेत पहले ही दे दिए थे। यूपीएससी का कहना था कि अगर पूजा खेडकर पर लगाए गए आरोप सही पाए जाते हैं तो उन पर कार्रवाई की जाएगी। यूपीएससी ने भी पूजा खेडकर को इस बारे में कारण बताओ नोटिस जारी किया था। नोटिस में पूछा गया था कि क्यों न पूजा खेडकर की सिविल सेवा परीक्षा-2022 की उम्मीदवारी को रद्द किया जाए। इसके सात ही यूपीएससी ने इस बाबत एफआईआर भी दर्ज कराई थी..जिसमें यूपीएससी ने दिल्ली पुलिस को शिकायत दी थी कि पूजा खेडकर ने अपना नाम, अपने माता-पिता का नाम, अपनी तस्वीर, हस्ताक्षर, ईमेल आईडी, मोबाइल नंबर और पता बदलकर फर्जी पहचान पहचान पत्र बनवाए। शिकायत में कहा गया है कि खेडकर ने धोखाधड़ी से परीक्षा दी। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने खेडकर के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
पूजा खेडकर पर क्या हैं आरोप ?
अपने ट्रेनिंग की शुरूआत से ही पूजा खेडकर विवादों में रही है .. पूजा खेडकर पर आरोप था कि प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी के रूप में उन सुविधाओं की मांग की, जिनकी वे हकदार नहीं थीं। इसके अलावा उन पर एक वरिष्ठ अधिकारी के चैंबर पर कब्जा करने का भी आरोप है। खेडकर पर अपने पद का बेजां दुरुपयोग करने का भी आरोप है। बताया गया है कि पूजा खेडकर ने अपनी निजी ऑडी कार में लाल बत्ती और ‘महाराष्ट्र सरकार’ के प्लेट लगवाई। इस निजी कार में पूजा खेडकर वाशिम की सड़कों पर घूमती नजर आईं। उसके बाद पूजा खेडकर का तबादला पुणे से वाशिम कर दिया गया था। उन्हें अतिरिक्त सहायक कलेक्टर के रूप में नियुक्ति मिली थी।

पूजा ने कई जगहों पर फ्रॉड का आरोप
पूजा खेडकर के ने यूपीएससी (UPSC) की परीक्षा पास करने के लिए कई जगहों पर फर्जी दस्तावेजों का सहारा लिया है. यूपीएससी ने अपनी जांच में पाया है कि उन्होने जाली दस्तावेजों के आधार पर नौकरी पाई है. जांच में सामने आया है कि खेडकर का इकलौता केस था जिसमें यह पता नहीं लगाया जा सका कि खेडकर ने कितनी बार यूपीएससी का एग्जाम दिया.क्योंकि उन्होंने हर बार न केवल अपना नाम बल्कि अपने माता-पिता का नाम भी बदल लिया था.अब भविष्य में ऐसा न हो सके. इसके लिए यूपीएससी एसओपी को और मजबूत करने की तैयारी कर रही है.
खेडकर की जमानत अर्जी पर कोर्ट कल सुनाएगा फैसला
धोखाधड़ी और जालसाजी के मामले में आरोपी प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर की अग्रिम जमानत अर्जी पर दिल्ली की एक अदालत कल यानी एक अगस्त को फैसला सुना सकती है. अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश देवेंद्र कुमार जंगला ने बुधवार को खेडकर की ओर से दायर अर्जी पर दलीलें सुनने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है. खेडकर ने अपने वकील के माध्यम से दायर अर्जी में दावा किया कि उन्हें गिरफ्तारी का खतरा है.
वय्वस्था के साथ पूजा ने किया धोखा- अभियोजन पक्ष
कोर्ट में कार्यवाही के दौरान अभियोजन पक्ष के साथ-साथ संघ लोक सेवा आयोग की ओर से उपस्थित अधिवक्ता ने उनकी जमानत अर्जी का विरोध करते हुए दावा किया कि उन्होंने व्यवस्था को धोखा दिया है. यूपीएससी की ओर से पेश वकील ने अदालत के सामने कहा कि खेडकर कानून और कानूनी प्रक्रिया का दुरुपयोग किया है. उनके द्वारा कानून का दुरुपयोग करने की आशंका अभी भी बनी हुई है. वह एक साधन संपन्न व्यक्ति हैं. माता-पिता पर भी कई आरोप लगे. पूजा की मां का पिस्टल लहराते हुए वीडियो भी वायरल हुआ था.

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