भगवन श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव जन्माष्टमी के रूप में गुरुवार को मनाया जाएगा. गुलाबी नगरी के आराध्य श्री गोविंददेवजी मंदिर में भक्तों का मेला लगेगा. इस दौरान मंदिर और आसपास के इलाके में बड़े पैमाने पर पुलिस जाब्ता तैनात किया जाएगा और चप्पे-चप्पे पर पुलिस की नजर रहेगी. इसके साथ ही मंदिर परिसर के आसपास सीसीटीवी कैमरे लगाकर निगरानी की जाएगी.
इस बार आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को रोकने के लिए पुलिस ने एक खास इंतजाम किया है. जिसकी मदद से भीड़-भाड़ वाले इलाकों में बदमाशों का चेहरा पहचानने की तकनीक का प्रयोग किया जाएगा. इस तकनीक का जयपुर में पहली बार जन्माष्टमी के मौके पर श्री गोविंददेवजी मंदिर में ही इस्तेमाल किया जाएगा. इसके बाद परिणाम सकारात्मक आते हैं तो इस सिस्टम को अन्य जगहों पर भी स्थापित किया जाएगा.
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था) कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि जन्माष्टमी के मौके पर श्री गोविंददेवजी मंदिर में अस्थाई कंट्रोल रूम बनाया गया गया है. इसके साथ ही 500 से ज्यादा पुलिसकर्मी और अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था में तैनात किए जाएंगे. होमगार्ड और आरएसी के जवानों के साथ ही बड़ी संख्या में मंदिर के स्वयंसेवक भी जिम्मा संभालेंगे. उन्होंने बताया कि पहली बार रिकॉग्निशन सिस्टम लगाया गया है. इस सिस्टम में पुलिस के पास आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों का जितना डाटा है. वह अपलोड किया गया है. इनमें से कोई भी व्यक्ति यहां लगे सीसीटीवी कैमरे की जद में आएगा. अभय कमांड कंट्रोल रूम पर अलर्ट मैसेज पहुंचेगा. जिससे पुलिस उसे आसानी से पकड़ सकेगी.
पहली बार प्रयोग, सफल रहा तो अन्य स्थानों पर लगाएंगे : पुलिस ने पहली बार प्रायोगिक तौर पर फेस रिकॉग्निशन सिस्टम श्री गोविंददेवजी मंदिर में लगाया है. अगर यह प्रयोग सफल रहा तो इसे अन्य भीड़-भाड़ वाली जगहों पर भी स्थापित किया जाएगा, जिससे बदमाशों तक पुलिस की पहुंच और आसान हो जाएगी.