प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को जल जीवन मिशन(जेजेएम) घोटाले में पूर्व जलदाय मंत्री महेश जोशी के करीबी संजय बड़ाया को गिरफ्तार किया है। इस घोटाले में ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग कानून की धाराओं के तहत यह चौथी गिरफ्तारी की है।

ईडी अधिकारियों ने बताया कि संजय बड़ाया को सुबह 9 बजे ईडी कार्यालय बुलाया गया और करीब 5 घंटे तक पूछताछ की गई। नाम न बताने की शर्त पर ईडी के एक अधिकारी ने बताया कि हमें जेजेएम मामले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग में बड़ाया की सक्रिय भूमिका का संकेत देने वाले कुछ आपत्तिजनक सबूत और दस्तावेज मिले हैं। यहां तक कि पिछले साल सितंबर में जयपुर में सरकारी अधिकारियों और अन्य के 18 से 20 जगहों पर की गई छापेमारी के दौरान भी हमें गलत तरीके से धन अर्जित के बारे में जानकारी मिली थी। जांच में यह पाया गया कि संजय बड़ाया निजी ठेकेदारों और बिचौलियों के साथ सक्रिय रूप से संपर्क में था और पीएचईडी के अधिकारियों की ओर से रिश्वत ले रहा था। वह अधिकारियों और ठेकेदारों के बीच सेतु की भूमिका निभा रहा था। जांच में सामने आया है कि संजय बड़ाया पूर्व पीएचईडी मंत्री महेश जोशी का दाहिना हाथ था और पीएचईडी कार्यालय और इसकी फाइलों में उसका दखल रहता था। अब तक ईडी ने इस मामले में पीयूष जैन और उसके पिता पदम चंद जैन और महेश मित्तल को गिरफ्तार किया है। जानकार सूत्रों की मानें तो संजय बड़ाया को देर शाम को कोर्ट के सामने पेश कर 4 दिन का रिमांड लिया गया है।