Monday, December 23, 2024

प्रतिपक्ष के नेता टीकाराम जूली ने विधानसभा में बजट पर सरकार को जमकर घेराऔर कई सवाल किए खड़े, कहां ईआरसीपी के एमओयू सदन में रखो और ओपीएस के बारे में स्पष्ट करो

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नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने विधानसभा में बजट बहस में सरकार को प्रभावशाली तरीके से गिरने का काम किया।उन्होंने सरकार कोआईना दिखाया और कुछ अच्छे सुझाव देकर यह जताने का प्रयास किया कि वे नकारात्मक सोच नहीं रखते हैं।उन्होंने चुटकुले अंदाज में कहा कि मुख्यमंत्रीजी यहां कुछ लोग सदन में ऐसे मानने वाले नहीं हैं, इनको मंत्री बना दीजिए। 

विधानसभा में बजट पर बहस के दौरान मंगलवार प्रतिपक्ष के नेता ने कहा कि हर बजट की एक प्राथमिकता होती है, आपकी प्राथमिकता में क्या है, आपने अपनी 10 प्राथमिकताओं में गरीबों को 9 वें नंबर पर रखा है। गुड गवर्नेंस को अपने 10 नंबर पर रखा है, इससे आपका विजन नजर आ रहा है। आपने बजट में 4 लाख नई नौकरियों की घोषणा की है। सरकार में 4 लाख तो पद ही खाली नहीं होंगे, आप इतनी नौकरियां देंगे कहां से, जब जवाब दें तो इस बारे में बताना। 

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि आप ओपीएस को जारी रखना चाहते हैं या नहीं, यह सदन में क्यों नहीं बताते। विधायकों ने ओपीएस पर सवाल लगाए तो उनके जवाब क्यों नहीं दिए ? अखिल भारतीय सेवाओं के अफसर ओपीएस के पक्ष में हैं। आपकी केंद्रीय वित्त मंत्री ओपीएस के खिलाफ है। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि ईआरसीपी भाजपा सरकार की योजना थी, लेकिन केंद्र ने इसे लटकाए रखा। अब भाजपा सरकार आने के बाद एमओयू किया है। छह महीने हो गए, ईआरसीपी पर दिल्ली में सीएम एमओयू करके आए थे, वो एमओयू कहां है ? वो एमओयू आप सार्वजनिक क्यों नहीं कर रहे? एमओयू सार्वजनिक इसलिए नहीं कर रहे, क्योंकि आपने मध्यप्रदेश के आगे राजस्थान के हितों को गिरवी रख दिया है।

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि डबल इंजन की सरकार में आधा इंजन इधर, आधे उधर खींच रहे हैं। कोई कहते हैं, मुख्यमंत्री चला रहे हैं। मुझे खुशी है मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भले आदमी है, पहली बार जीतकर आने वाले को मुख्यमंत्री बनाया। मुख्यमंत्री जी मौका बार-बार नहीं मिलता, साबित करना होता है। उन्होंने कहा कि सरकार में चल किसकी रही है, यह पता नहीं है। कोई कहता है, मुख्यमंत्री की चल रही है, कोई कहता है ब्यूरोक्रेसी की चल रही है। ब्यूरोक्रेसी में भी किसकी चल रही है।उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री किसी गरीब की बेटी की शादी में शामिल नहीं होते, लेकिन जिस पर आरोप लगाते हैं, उस उद्योगपति के बेटे की शादी में शामिल होते हैं। इस सदन के एक सदस्य ने गांधी को लेकर एक टिप्पणी की। सावरकर और गांधी की मुलाकात लंदन में हुई थी, सावरकर ने मांसाहार का समर्थन किया, लेकिन गांधी ने शाकाहार का समर्थन किया।

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि 400 पार का नारा दिया था, क्या हुआ? भगवान राम ने सबरी और गिलहरी दोनों का मान रखा था। जूली ने अयोध्या, बद्रीनाथ में भाजपा की हार पर तंज कसते हुए कहा कि आपको तो ब्रह्मा, विष्णु, महेश ने खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि किसी गरीब को दाल-मसाले मिल रहे थे, किसी गरीब को सस्ता रसोई का सामान मिल रहा था, आपके पेट में क्यों दर्द ​हो गया? कांग्रेस राज की जनहित की स्कीम्स को आपने बंद कर दिया। गरीब को लाभ मिल रहा था। मुख्यमंत्रीजी, आप भले आदमी हैं। आपसे गरीबों की स्कीम्स बंद करवाकर ये पाप का घड़ा आप पर फोड़ना चाहते हैं।

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने किरोड़ीलाल मीणा के विभाग के बजट में कटौती करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि किरोड़ीजी का बजट क्यों काट दिया, खेती-ग्रामीण विकास का बजट कम कर दिया। भाषण के दौरान सरकार के मंत्रियों ने नाराजगी जताई तो जूली ने कहा कि इस सरकार के मंत्रियों का व्यवहार ऐसा है, जैसे विपक्ष में हों।

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि बजट में आपने जितनी घोषणाएं की हैं, वित्त मंत्रीजी इनके लिए बजट में कितना प्रावधान रखा है, यह भी बताना। कोविड के बावजूद हमारा राजकोषीय घाटा आपसे कम रहा था। मुख्यमंत्री आप हमें कोस रहे थे, आपने तो 70 हजार करोड़ का राजकोषीय घाटा प्रस्तावित किया था। जब से राजस्थान बना है, सबसे ज्यादा राजकोषीय घाटा आपकी सरकार का है। हम पर आरोप लगाने से पहले खुद का देख लिया करो, यह तो अब प्रस्तावित था, जब एक्चुअल आएगा, तब तो यह घाटा और बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि बजट में सरकार ने 9 ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे बनाने की घोषणा कर दी, केवल 300 करोड़ का बजट है। इतने से फंड में कहां से बन जाएंगे। कहीं जमीनों के भाव बढ़ाने के लिए तो इसकी घाेषणा नहीं की।

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि पेपरलीक वसुंधरा राजे सरकार के समय हमसे ज्यादा हुए थे। आपने कार्रवाई की है, लेकिन पेपरलीक में मछलियों को पकड़ रहे हैं, मगरमच्छ खुले में घूम रहे हैं। पेपरलीक की जड़ कहां है, उस तक पहुंचने की जरूरत है। हम एक-दूसरे पर आरोप लगाते रहेंगे, उससे कुछ बदलाव आना नहीं है।

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि कोटा में कोचिंग के बच्चों के सुसाइड के मामले सामने आ रहे हैं। कोचिंग एक धंधा बन गया है। तमिलनाडु में सरकार ने कोचिंग बैन करने का मन बना लिया है। गरीब का बच्चा कैसे पढ़ेगा? कोचिंग वाले आज मगरमच्छ बनकर लूट रहे हैं, इस पर क्या नीति है?

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने एक शेर सुनाते हुए भाजपा की लोकसभा चुनावों में कम सीटें आने पर तंज कसा। कहा- तेरी रहबरी का सवाल है, तू यह बता काफिला क्यों लूटा, 25 से 14 लोकसभा सीट पर क्यों आए, यह भी जवाब दे देना।

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