जयपुर। भाजपा प्रदेश कार्यालय पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी एवं नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने प्रेसवार्ता को संबोधित किया।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जयपुर में हुई ऐतिहासिक सभा के बाद अब राजस्थान के दो जिले चित्तौडग़ढ़ और जोधपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विभिन्न योजनाओं और परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकापर्ण करेंगे। प्रधानमंत्री ने जिस किसी भी योजना का शिलान्यास किया, उसका उद्घाटन भी उन्होंने ही किया है। एक समय ऐसा भी था जब राजस्थान में शिलान्यास होते थे लेकिन उनका उद्घाटन करने में सालों लग जाते थे।
सीपी जोशी ने कहा की राजस्थान में कांग्रेस की निकम्मी, नकारा सरकार ने प्रदेश के गौरवशाली, मान-मर्यादा वाले इतिहास को कलंकित करने का काम किया है, प्रदेश में लगातार महिलाओं पर अत्याचार बढ़ते जा रहें है, कानून व्यवस्था लचर हो चुकी है, इसकी शुरुआत 2018 के बाद से हुई, जब एक पत्नी के साथ दुराचार होता है, जब उस घटना का वीडियो सामने आता है तब मामला उजागर होता है, लेकिन लोकसभा चुनाव के कारण इस मामले को दबाया जाता है, दलित समाज की महिला को न्याय देने की बजाय पीड़ित के साथ अत्याचार होता है, जबकि उसे न्याय मिलना चाहिए था। लेकिन राजस्थान की सरकार पीड़ितों पर दवाब बना कर मामले को रफा दफा करवाती है। राजस्थान के प्रत्येक कोने में चाहे एम्बुलेंस, स्कूल और यहां तक की न्याय मांगने जाने वाली पीड़िता से उसकी अस्मत की मांग की जाती है। अगर कई मामलों में भाजपा संगठन ओर जनता आंदोलन व धरना प्रदर्शन नहीं करती तो वह मामले भी दबे के दबे रह जाते।
नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि यह राजस्थान का दुर्भाग्य है की जयपुर के जमवारामगढ़ में महिला का जला हुआ शव मिलना, छबड़ा में नाबालिग का शव का मिलना, जयपुर में स्कूल जा रही 13 वर्षीय बच्ची का अपहरण हो जाना, पाली में 4 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म हो जाना, भरतपुर के केथवाड़ा में थानाधिकारी के सरकारी क्वार्टर में महिला के साथ दुष्कर्म होना और सीकर के रामगढ़ में बच्ची से दुष्कर्म करने के बाद कुएं में फ़ेंक दिया जाता है, ऐसी घटनाएं रोज घटित हो रही हैं। जनता आंदोलन करती है लेकिन फिर भी पीड़िता को न्याय नहीं मिल पाता है।
राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि बेटी बाजार का स्टिंग ऑपरेशन चल रहा है, इसको लेकर राजस्थान शर्मसार है, टोंक, सवाईमाधोपुर, बूंदी और भीलवाड़ा में बच्चीयों और बहनों को वस्तुओं की तरह बेचा जा रहा है, इसी सरकार ने जब भीलवाड़ा के अंदर ऐसी घटना हुई थी तब ऑपरेशन गुड़िया चलाया, उस समय इन्होने दावा किया कि 24 महिलाओं को बरामद किया जिनका विक्रय हो रहा था, लेकिन ऑपरेशन गुड़िया भी फेल हो गया, ये सरकार कानून व्यवस्था के साथ साथ महिला सुरक्षा के मामले में पूरी तरह फेल हुई है। ये सरकार इसलिए दोषी है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किसी को भी पूर्णकालिक गृहमंत्री नहीं बनाया बल्कि खुद ही उस कुर्सी पर काबिज है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बयान दिया है कि अब तो राजस्थान में राष्ट्रपति का आना बाकि है,। ये हमारे संवैधानिक प्रमुख है, संवेधानिक प्रमुख पर इस तरीके की टीका टिप्पणी करना अनुचित व अशोभनीय है। क्या मुख्यमंत्री ऐसा वीजा सिस्टम लागू कर रहें हैं कि राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को आने के लिए वीजा लेना पड़े। कृषक परिवार का बेटा जब उपराष्ट्रपति के पद पर पहुँचता है तो प्रदेश का मान बढ़ता है।
राजेंद्र राठोड़ ने कहा कि उपराष्ट्रपति मालपुरा जोबनेर में उस कृषक परिवार का सम्मान करने आए जिन्होंने अपनी 11 सौ बीघा भूमि को कृषि अनुसंधान के लिए दी, तेजाजी के निर्माण स्थल खरनाल आए, नाथूराम मिर्धा की मूर्ति का अनावरण करने आए, कोटा में छात्र छात्राओं से साक्षात्कार करने आए, धन्ना भगत के धर्म स्थल पर आए, तो इन सब जगह पर उपराष्ट्रपति गए इनसे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ऐतराज है और उपराष्ट्रपति को अपना मित्र बताते है। मुख्यमंत्री ने न्यायपालिका पर भी अशोभनीय टिप्पणी की थी, और बाद में उन्होंने अपना बयान वापिस लें लिया था। बयान वापिस लेना उनके लिए बड़ी बात नहीं है, मुख्यमंत्री प्रभारी रंधावा को किस हैसियत से कोटा में आयोजित सरकारी कार्यक्रम में लेकर गए। महंगाई राहत कैम्पो का उद्घाटन करवाना, गैर संसदीय काम करना मुख्यमंत्री की फितरत है। अगर मुख्यमंत्री गहलोत बयान वापिस नहीं लेंगें तो हम वैधानिक कार्रवाई करेंगे।