Sunday, October 13, 2024

बनास नदी गहलोद हाई ब्रिज हादसे की जांच: ब्रिज तक जाने के लिए नहीं मिली सीढ़ी तो हाईड्रा मशीन से पहुंचे

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बनास नदी गहलोद हाई ब्रिज हादसे के एक सप्ताह बाद शनिवार को सार्वजनिक निर्माण विभाग जयपुर के मुख्य अभियंता (गुण नियंत्रण )जसवंत खत्री, मुख्य अभियंता (भवन )मुकेश भाटी निर्माणाधीन बनास नदी गहलोद हाई ब्रिज पहुंचे। जिन्होंने करीबन आधा घण्टे तक ब्रिज की सुरक्षा एवं निर्माण कार्या का निरीक्षण किया साथ ही आर के जैन ज्योति बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड के राजेश वाधवा को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

केंद्र सरकार की सीआरएफ योजना से 107.30करोड़ रुपए की लागत से निर्माणाधीन बनास नदी गहलोद हाई ब्रिज की एक सप्ताह पूर्व पांच गार्डर तेज आंधी व हवा से अचानक गिर जाने के हादसे के बाद अफरा तफरी मच गई थी। इस मामले में पूर्व में निर्माण कम्पनी आर के जैन ज्योति बिल्डर्स की तरफ से धराशाही पांच गार्डर के प्राइवेट श्री जसनाथ इंजिनियरिंग टेस्टिंग लेबोरेट्री प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी की तीन सदस्यीय टीम ने सेम्पल लिए थे ।

वहीं इस मामले की जांच के लिए शनिवार को सार्वजनिक निर्माण विभाग जयपुर के मुख्य अभियंता (गुण नियंत्रण )जसवंत खत्री, मुख्य अभियंता (निर्माण )मुकेश भाटी ने बनास नदी गहलोद हाई ब्रिज पहुंच करके करीबन आधा घंटे तक निरीक्षण किया। उन्होंने हाईड्रा मशीन से ब्रिज तक पहुंच करके श्रमिकों के जानकारी लेते हुए आवश्यक निर्देश दिए। इतना ही नहीं ब्रिज निर्माण कम्पनी के ठेकेदार राजेश वाधवा से ब्रिज के पांच गार्डर गिरने के कारण पूछा साथ ही जिस हाईड्रा मशाीन से हादसा हुआ उसकी जानकारी ली लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नही मिल पाया।

साथ ही हाईड्रा मशीन से हादसे का कारण बताए जाने मामले में  गुण नियंत्रण चीफ इंजीनियर जसवंत खत्री ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यह कारण कल्पना से परे है। इतना ही नहीं वहां हाईड्रा मशीन से गार्डर गिरने के हादसे के बावजूद दोनों अधिकारियों ने रिस्क लेते हुए हाईड्रा मशीन से पुल तक पहुंचे साथ ही वहां सीढी नहीं होने के साथ ही लूज प्लेटो व सेटरिंग सहित ब्रिज पर रखी निर्माण सामग्री मामले में निर्देश दिए ।

बनास नदी गहलोद हाई ब्रिज का शनिवार को निरीक्षण करते पहुंचे सार्वजनिक निर्माण विभाग जयपुर के मुख्य अभियंता गुण नियंत्रण के मुख्य अभियंता जसंवत खत्री ने निर्माण कम्पनी के ठेकेदार राजेश वाधवा को श्रमिको के लिए ब्रिज तक चढने के लिए सीढियो,निर्माण कार्य के समय बेरिकेटस व चेतावनी बोर्ड लगाए जाने,ब्रिज पर पडी खुली निर्माण सामग्री को वहां से प्रतिदिन हटाए जाने के निर्देश दिए। इतना ही नही ब्रिज निरीक्षण में गार्डर गिरने के हादसे के बाद भी अभी ब्रिज की साईड में लूज प्लेट लगी होने,ब्रिज निर्माण कार्य स्थल के समीप ही पानी के गडडे होने एवं श्रमिकों की सुरक्षा को गंभीरता से लेने के निर्दश दिए। 

सार्वजनिक निर्माण विभाग के दोंनो अधिकारियों सहित अतिरिक्त मुख्य अभियंता आर सी मीणा, अधीक्षण अभियंता टोंक एचएल मीणा ने शनिवार को ब्रिज निरीक्षण मामले में मीडिया से बातचीत नही की। बल्कि दोनों अधिकारी निरीक्षण के बाद करीबन आधा घंटे तक अतिरिक्त मुख्य अभियंता कार्यालय टोंक में निर्माण कम्पनी ठेकेदार राजेश वाधवा से बातचीत करने के बाद जयपुर रवाना हो गए।

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