राजस्थान में हर तरफ़ बीजेपी के सीएम की बात ही चल रही हैं।बीजेपी के दिग्गज नेताओं की मानें तो राजस्थान में जो नेता चुनाव नहीं लड़ा, वह भी मुख्यमंत्री बन सकता है और जिसने चुनाव लड़ा, वह उपमुख्यमंत्री हो सकता है।
विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत के एक दिन बाद मुख्यमंत्री पद के चयन को लेकर बीजेपी नेताओं के बीच बैक टू बैक बैठकों का दौर जारी है। सूत्रों ने बताया कि वसुंधरा राजे ने सोमवार को जयपुर में अपने विधायकों की बैठक बुलाई है, जबकि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और विधायक बाबा बालकनाथ को दिल्ली बुलाया गया है।साथ ही प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सी.पी. जोशी को भी दिल्ली बुलाया गया है।
सीएम पद की रेस में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल, गजेंद्र सिंह शेखावत, अश्विनी वैष्णव, प्रदेश अध्यक्ष सी.पी. जोशी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और ओम माथुर शामिल हैं। इन सभी नेताओं ने चुनाव नहीं लड़ा, हालांकि, उन्होंने कड़ी मेहनत की।
इसी तरह पूर्व सीएम वसुंधरा राजे भी इस पद की दावेदार हैं।मैदान में अन्य दावेदार राजसमंद सांसद दीया कुमारी और सांसद किरोड़ीलाल मीना हैं।
पार्टी नेताओं ने कहा कि बीजेपी लोकसभा चुनाव के लिए सोशल इंजीनियरिंग कार्ड खेलने को इच्छुक है।वे 2024 के लोकसभा चुनावों में अपना वोट शेयर प्रतिशत बढ़ाने के लिए दलित/मीणा कार्ड खेल सकते हैं।
हालाँकि इसका अंतिम फैसला पीएम मोदी और अमित शाह के स्तर पर लिया जाएगा।
दिल्ली में नाम तय होने के बाद जल्द ही जयपुर में बीजेपी विधायक दल की बैठक बुलाई जाएगी। इस बैठक में बीजेपी के चुनाव प्रभारी, प्रदेश प्रभारी और वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे। विधायक दल की बैठक में ही सीएम के नाम का ऐलान किया जाएगा। बीजेपी में इसी परंपरा के तहत सीएम के नाम का ऐलान किया जाता है।