प्रदेश में सोमवार को नामांकन प्रकिया पूरी होते ही भाजपा-कांग्रेस के लिए एक नया संकट खड़ा हो गया। टिकट बंटवारे से नाराज दोनों पार्टियों के 52 नेताओं ने अपनी पार्टी के खिलाफ नामांकन करके एक नई चुनौती खड़ी कर दी है। इनमें पूर्व मंत्री, मौजूदा और पूर्व विधायक, मौजूदा एवं पूर्व निकाय प्रमुख और पूर्व प्रत्याशी शामिल हैं।
बीजेपी के बाग़ी उम्मीदवारों की सूची
कांग्रेस और भाजपा के नेताओं ने अगर अगले 72 घंटे यानी 9 नवंबर दोपहर 3 बजे तक इनको राजी कर मैदान से नहीं हटाया गया तो ये पार्टी प्रत्याशियों के लिए जीत का खेल आसान नहीं रहेगा। यह बात सही है कि एक दर्जन तो ऐसी सीटें हैं, जहां बागी भले ही न जीते लेकिन पार्टी को हराने की ताकत रखते हैं। अब देखना है कि पार्टियां कितने रूठों को मनाने में कामयाब होती हैं। करीब इतने ही प्रत्याशी तीसरे मोर्चे या आरएलपी से भाग्य आजमा रहे हैं।
कांग्रेस के बाग़ी उम्मीदवारों की सूची