अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन राजस्थान में आधे दिन की छुट्टी रहेगी। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गुरुवार रात भाजपा प्रदेश कार्यालय में हुई भाजपा विधायक दल की बैठक में इसकी घोषणा की। बैठक में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे नहीं पहुंचीं। वहीं राजे समर्थित विधायक प्रताप सिंह सिंघवी सीएम के पहुंचने से पहले ही कार्यालय से निकल गए।
बैठक के बाद जलसंसाधन मंत्री सुरेश रावत ने कहा कि सभी मंत्रियों को आने वाले समय में भाजपा प्रदेश कार्यालय में जनसुनवाई के निर्देश दिए हैं। बैठक में सभी विधायकों ने सदन चलाने के लिए अपने-अपने सुझाव दिए।
जलदाय मंत्री कन्हैया लाल चौधरी ने कहा कि 22 जनवरी को पूरे दिन की छुट्टी की मांग की। उन्होंने कहा कि हमने सीएम भजनलाल शर्मा से निवेदन किया है कि 22 जनवरी को पूरे दिन की छुट्टी की घोषणा करें। आधे दिन की छुट्टी की घोषणा तो हो गई है, लेकिन हमने पूरे दिन की छुट्टी की मांग की है।
भाजपा विधायक दल की बैठक में सदन में फ्लोर मैनेजमेंट को लेकर रणनीति बनाई गई। मंत्रियों को अध्ययन करके पूरी तैयारी के साथ सदन में जवाब देने के निर्देश दिए गए। वहीं सभी विधायकों को सदन में शत प्रतिशत उपस्थित रहने के लिए कहा है। भाजपा विधायक दल की बैठक में लोकसभा चुनाव और राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर भी चर्चा हुई।
विधायक दल की बैठक में मंच पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी, उप मुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा, संगठन महामंत्री चंद्रशेखर मिश्राऔर सरकारी मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग को जगह दी गई थी।
इससे पहले मुख्यमंत्री शर्मा के भाजपा कार्यालय पहुंचने पर आरएएस परीक्षा के अभ्यर्थियों ने आभार जताया। मुख्यमंत्री शर्मा गेट पर गाड़ी से उतरे और अभ्यर्थियों से मुलाकात की। इस मौके पर आरएएस अभ्यर्थियों ने नारेबाजी भी की।