Tuesday, December 24, 2024

भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक, नई सरकार के गठन को लेकर मंथन के बीच प्रदेश में चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम से जयपुर से दिल्ली तक के नेताओं में हड़कंप !

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भाजपा संगठन और संसदीय बोर्ड राजस्थान में बने वाली नई सरकार के गठन को लेकर मंथन कर रहा है। मुख्यमंत्री किसको बनाया जाए इसका निर्णय केंद्रीय नेतृत्व के सामने एक चुनौती का विषय बना हुआ है।

दिल्ली में संसदीय बोर्ड की बैठक राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में शुरू हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विधानसभा चुनाव में जीत का श्रेय कार्यकर्ताओं और संगठन की टीम को दिया है। राजस्थान में नए और युवा चेहरे को नेतृत्व सौंपने पर गहन विचार विमर्श हो रहा है। संसदीय बोर्ड में राजस्थान सहित मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में नई सरकार के गठन को लेकर पर्यवेक्षकों की नियुक्ति भी की जानी है। यह सब गतिविधियां दिल्ली में चल रही है।


इन सब के बीच पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे बुधवार देर रात को दिल्ली के लिए रवाना हो गई है। उन्होंने दिल्ली पहुंचकर स्पष्ट किया कि उन्हें केंद्रीय नेतृत्व की ओर से कोई बुलावा प्राप्त नहीं हुआ है। बल्कि वे अपनी बहू से मिलने आई है।

जयपुर में चल रहे घटनाक्रम से भी कुछ नई परिस्थितियों भी सामने आई गई है। इन परिस्थितियों से दूर रहने के लिए भी पूर्व सीएम वसुंधरा राजे दिल्ली चली गई है।इस घटना को लेकर जयपुर से दिल्ली तक के नेताओं में हड़कंप मचा हुआ है।आखिर यह सब कुछ किसके इशारे पर हो रहा है यह गंभीर और विचारणीय विषय बन गया है। केंद्रीय नेतृत्व इसको लेकर गंभीर है और मामला नहीं बड़े इसके लिए निगरानी और बढ़ा दी गई है। प्रभारी अरुण सिंह और प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी को दिल्ली से जयपुर भेजा और वही निगरानी करने को कहा गया है।

जयपुर में इस बीच भाजपा की राजनीति में एक नया घटनाक्रम सामने आया है। यह सब को चौंकाने वाला है। मंगलवार देर रात सीकर रोड पर एक होटल में भाजपा के 5-6 विधायकों का एक साथ ठहरना। इनमें किशनगंज विधायक ललित मीणा द्वारा द्वारा इसकी पोल खोलने से पार्टी के दिल्ली से जयपुर तक के नेताओं में हड़कंप मच गया कि आखिर यह सब कुछ किस नेता के इशारे पर हो रहा है। बातचीत से पता चला कि लॉबिंग हो रही है। विधायकों को जयपुर से कोटपूतली से आगे किसी होटल में जाने की बात सामने आई। पता चला कि विधायक ललित मीणा के पिता पूर्व विधायक और अनुसूचित जनजाति के पूर्व पदाधिकारी पिता और पार्टी के कुछ नेताओं से बात की। इसके बाद पिता खुद होटल पहुंचे और बेटे ललित को ले आए। इसी बीच राजनीति के नए घटनाक्रम उजागर हुआ तो पता चला कि विधायक ललित मीना और उनके पिता ने प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं को घटनाक्रम की जानकारी दी। इसके बाद विधायकों की गतिविधियों पर विशेष ध्यान देना शुरू कर दिया गया।संगठन की ओर से स्पष्ट निर्देश दिए गए की विधायक जयपुर की बजाय अपने-अपने क्षेत्र में जाएं और कार्यकर्ताओं से मिलकर उन्हें धन्यवाद अर्पित करें। इन नई परिस्थितियों को लेकर बुधवार को प्रभारी अरुण सिंह, प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी और संगठन महामंत्री चंदेशेखर विधायकों से मिलकर चर्चाएं करते नजर आए।

भाजपा के विधायक ललित मीणा ने इस बात का खुलासा सार्वजनिक तौर पर नहीं किया बल्कि उन्होंने इतना ही कहा कि भाजपा मेरा परिवार है। क्या हुआ और क्या नहीं, यह बताना जरूरी नहीं समझता।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि होटल वगैरह की बात मुझे नहीं पता लेकिन यह सच है कि ललित मीणा के पिता से मंगलवार शाम मेरी मुलाकात हुई थी। मैं पिछले 24 घंटे में 32 से अधिक विधायक से मिले थे।

भाजपा के प्रभारी अरुण सिंह ने कहा कि मुझे ध्यान नहीं है और यह कोई खास बात नहीं है। यह जरूर कहूंगा कि कार्यकर्ताओं और विधायकों के लिए पार्टी कार्यालय मंदिर की तरह है और यहां आस्था रखी जानी चाहिए। इन सब बातों का अब राजनीति में क्या कुछ अर्थ निकाला जा रहा है यह तो भविष्य ही बता पाएगा।लेकिन भाजपा में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं है इस बात का संकेत जरूर मिल रहा है। ऐसे में केंद्रीय नेतृत्व को इस पर विशेष ध्यान देकर स्थिति का गहनता से अध्ययन करना चाहिए। यही नहीं सरकार के गठन में देरी की जगह शीघ्रता दिखानी चाहिए।चलो अच्छा हुआ घटना घटने से पहले ही सब कुछ पता चल गया अब क्या कुछ होना है यह तो दिल्ली ही जाने लेकिन यह चर्चा जरूर है कि राजस्थान को युवा और नया चेहरा मुख्यमंत्री के रूप में मिलेगा।यह भी चर्चा साथ में है कि दो मुख्यमंत्री वरिष्ठ विधायकों को बनाया जा सकता है।चर्चाएं बहुत है निर्णय होना बाकी हैऔर उसका इंतजार भाजपा के साथ-साथ प्रदेश के हर नागरिक को है कि नई सरकार के गठन में किसी को हिस्सेदारी मिलेगी !

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