अधिवक्ता को बाप-बेटे सहित 10 लोगों ने बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या कर दी। घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। घटना गुरुवार रात 11 बजे भीलवाड़ा के हमीरगढ़ थाना क्षेत्र के तखतपुरा गांव की है। मौत से पहले अधिवक्ता ने एक वीडियो भी बनाया। घटना के बाद से स्थानीय वकीलों में रोष है।
हमीरगढ़ थाना प्रभारी भंवरलाल ने बताया- तखतपुरा गांव निवासी वकील मोहनलाल अहीर (40) गुरुवार रात गांव औज्याडा से शादी समारोह में शामिल होकर रात 10.30 बजे अपनी कार से तखतपुरा गांव की तरफ आ रहे थे। इसी दौरान कार और ट्रैक्टर में सवार होकर आए करीब 10 से ज्यादा लोगों ने उनकी कार को टक्कर मार दी। बदमाशों ने उन्हें कार से बाहर निकाला और हाईवे पर ही लाठी-डंडे और सरिया से मारपीट कर हाथ-पैर तोड़ डस्टर कार में डालकर पास के जंगल की तरफ ले गए।
वहां भी अधिवक्ता मोहन लाल के साथ मारपीट की और वहीं छोड़कर फरार हो गए। इसी बीच कुछ लोग वहां से निकले तो उनकी नजर मोहन पर पड़ी। इस पर स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी और रात 12 बजे उन्हें भीलवाड़ा लेकर आए। जहां हालत गंभीर देखते हुए उन्हें उदयपुर रेफर किया। उदयपुर में इलाज के दौरान सुबह 7 बजे अधिवक्ता की मौत हो गई। इस मामले को लेकर परिजनों की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। 4 संदिग्ध लोगों को डिटेन किया है। इनसे पुलिस पूछताछ कर रही है।
सीओ सदर लक्ष्मण राम भाखर नें बताया कि घायलावस्था में मोहन ने पुलिस को अपने साथ हुई घटना की पूरी जानकारी दी थी। घटना की जानकारी मिलने पर हमीरगढ़ थाना प्रभारी भंवरलाल चौधरी पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे थे। फिलहाल पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है।वकील के दो पत्नियां हैं।पहली पत्नी रतनादेवी राजसमंद के एक गांव में टीचर है। दूसरी पत्नी गृहणी है। उसके दो बेटियां और एक बेटा है।
अधिवक्ता ने अपने वायरल वीडियो में नारायण अहीर निवासी तखतपुरा और उसके दोनों बेटों प्रकाश,सुरेश, शंकर लाल, इसके दोनों बेटे दीपक, भूरालाल, देवीलाल अहीर के साथ 10 जने थे। मैं ओज्याडा से अपने घर जा रहा था। गाड़ी को ट्रैक्टर से टक्कर मारी। टक्कर से गाड़ी रुक गई। फिर पीछे से आई कार ने टक्कर मारी। मेरे को गाड़ी से बाहर खींचते हुए लाठी, सरिए, धारदार हथियार से मारा। फिर मेरे को गाड़ी में डाला। कहीं बाहर ले गए, फिर मारा, मेरे हाथ-पैर तोड़ दिए । फिर मेरे को गाड़ी में डाला और नेशनल हाईवे पर डाल गए। फिर मुझे कुछ पता नहीं, मैं बेहोश हो गया।
अधिवक्ता मोहन अहीर के आश्रित परिजनों को मुआवजा राशि दिलाने के लिए ज्ञापन सौंपा गया है। शुक्रवार को वकील की मौत के बाद परिजन, रिश्तेदार और बार एसोसिएशन ने आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी, आश्रित परिजनों को एक करोड़ रुपए मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने के लिए सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा।