भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने दूदू कलक्टर हनुमान मल ढाका और पटवारी हंसराज के यहां शुक्रवार देर रात करीब 12 बजे छापेमारी की। आरोप है कि भू-रूपांतरण के बदले 25 लाख रुपए घूस मांगी गई थी। कलक्टर के निवास डाक बंगले पर तलाशी अभियान देर रात तक जारी रहा।
एसीबी के डीआईजी डॉ. रवि ने बताया कि उन्होंने बताया की परिवादी ने शिकायत दर्ज करवाई कि दूदू में उसकी फर्म के नाम से 204 बीघा जमीन में से कुछ खसरे तालाब क्षेत्र में हैं। इन खसरे के कन्वर्जन करवाए जाने की बात को लेकर एक शिकायत जिला कलक्टर हनुमान मल ढाका के पास उक्त शिकायत में कारवाई नहीं करने की एवज में परिवादी से दूदू कलक्टर और हल्का पटवारी हंसराज 25 लाख रुपए की रिश्वत मांग कर परेशान कर रहे हैं। बाद में दोनों ने सौदा 21 लाख रुपए में तय किया।
डीआईजी डॉ. रवि ने बताया कि एसीबी के सत्यापन में सामने आया कि 21 लाख रुपए भी अधिक राशि होने पर परिवादी ने जिला कलक्टर और हल्का पटवारी हंसराज से बात की, तब उन्होंने 15 लाख रुपए में सौदा तय किया और जिला कलक्टर हनुमान मल ढाका ने अपने डाक बंगले पर 7.50 लाख रुपए मंगवाए। सत्यापन के दौरान पीड़ित के साथ रिकॉर्डर भी भेजा गया था। इसमें साफ है कि दूदू कलक्टटर हनुमान मल ढाका ने रिश्वत के करीब साढ़े सात लाख रुपए डाक बंगला स्थित अपने आवास पर मंगाए थे।
पीसी एक्ट के तहत कलक्टर और पटवारी के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज कर छापेमारी की गई है। एसीबी की भनक लगने पर रिश्वत की राशि नहीं ली। लेकिन एसीबी के सत्यापन में स्पष्ट रूप से कलक्टर हनुमान मल ढाका और पटवारी हंसराज रिश्वत मांग रहे हैं। इसके चलते उनके खिलाफ मामला दर्ज कर जांच की जा रही है।
एसीबी के सूत्रों का कहना है कि 15 लाख रुपए में रिश्वत का सौदा होने के बाद कलक्टर और पटवारी ने पीड़ित से 15 अप्रैल की शाम को पैसे डाक बंगले पर मंगाए थे। पीड़ित के पास पैसे की व्यवस्था नहीं हुई। इस पर उसने 4-5 दिन का समय मांग लिया था। फिर एसीबी में शिकायत की।