हाथरस में भोले बाबा के सत्संग के बाद हुई भगदड़ में 122 लोगों की मौत हो गई। फुलरई गांव में मंगलवार दोपहर करीब 1 बजे हुआ। हादसे के बाद अस्पतालों में हालात भयावह हो गए। लाशों और घायलों को बस-टैंपो में भरकर सिकंदराराऊ सीएचसी, एटा जिला अस्पताल और अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज भेजा गया। सिकंदराराऊ सीएचसी के बाहर 95 लाशें जमीन पर पड़ी थीं। रातभर पोस्टमॉर्टम हुए। एटा जिला अस्पताल में 27 शव पहुंचे। कुल 122 की मौत हो चुकी है।
हादसे के बाद बाबा अंडरग्राउंड हो गया। पुलिस रातभर छापेमारी करती रही। पुलिस मैनपुरी में बाबा के आश्रम में पहुंची। लेकिन वहां बाबा नहीं मिला। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को सुबह 11 बजे हाथरस जिला अस्पताल पहुंचेंगे। यहां घायलों का हाल जानेंगे। घटना को लेकर अधिकारियों से बात करेंगे।
कार्यवाहक डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा- जो भी व्यक्ति दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। एसडीएम ने अनुमति देते वक्त किन शर्तों को लगाया था, आयोजकों ने कितना पालन किया, इसकी जांच होगी। 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट आएगी। 116 लोगों की मौत हुई है। मौके पर पर्याप्त बल था। हालांकि जांच के सभी दायरे खुले हैं।
भोले बाबा का असली नाम नारायण साकार हरि है। वह एटा जिले की पटयाली तहसील के गांव बहादुर नगरी के रहने वाले हैं। उन्होंने 26 साल पहले सरकारी नौकरी छोड़कर प्रवचन शुरू किया था।
उन्होंने अपने प्रवचन में बताया था कि वे गुप्तचर ब्यूरो में नौकरी करते थे। साकार विश्व हरि भोले बाबा के अनुयायी पश्चिम उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और उत्तराखंड में ज्यादा हैं
पीएम मोदी ने भी किया आर्थिक मदद का ऐलान
हाथरस हादसे में पीएम नरेंद्र मोदी मोदी ने मुआवजे का एलान किया है। मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए की मदद की घोषणा की है। वहीं घायलों को 50-50 हजार की आर्थिक मदद की बात कही है। पीएम ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
सीबीआई जांच की मांग, इलाहाबाद हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर
अधिवक्ता गौरव द्विवेदी ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की है। उन्होंने हादसे की सीबीआई जांच की मांग की है।
22 लोगों पर एफआईआर, भोले बाबा का नाम नहीं
हाथरस भगदड़ मामले में पुलिस ने 22 लोगों पर एफआईआर दर्ज की है। लेकिन इसमें भोले बाबा का नाम नहीं है। मुख्य सेवादार देव प्रकाश और अन्य अज्ञात सेवादारों और आयोजकों को आरोपी बनाया है।
लाशों को देखकर सिपाही को आया हार्टअटैक
एटा में मेडिकल कॉलेज में लाशों का ढेर देखकर ड्यूटी पर तैनात सिपाही रजनेश (30) को हार्ट अटैक आ गया। उसकी मौके पर मौत हो गई। वह क्यूआरटी अवागढ़ में तैनात था। उसे मेडिकल कॉलेज आपात ड्यूटी पर बुलाया गया। इतनी लाशें देखकर वह बर्दाश्त न कर सका। सिपाही मूल रूप से अलीगढ़ का रहने वाला था।