Saturday, October 12, 2024

महर्षि अरविंद इंस्टिट्यूट में अल्जीरिया , ट्यूनीशिया व यूनाइटेड अरब एमिरेट्स के सहयोग से साइबर सिक्योरिटी एवं फोरेंसिक पर अंतरराष्ट्रीय वर्कशॉप

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जयपुर 12 सितंबर 2024
अंबाबाड़ी स्थित महर्षि अरविंद इंस्टिट्यूट ऑफ़ साइंस एंड मैनेजमेंट में साइबर सिक्योरिटी और फोरेंसिक विषय पर एक अंतरराष्ट्रीय वर्कशॉप का आयोजन किया गया।
इस वर्कशॉप में बोलते हुए आधार कार्ड टेक्नोलॉजी के आर्किटेक्ट, फिल्म हिस्टोरियन एवं आईकॉनिक आईटी टेक्नोक्रेट पवन झा ने कहा कि साइबर सिक्योरिटी दुनिया के लिए न केवल एक चुनौती बनती जा रही है वल्कि दुनिया को तकनीकी स्वर्ग से तकनीकी नरक की तरफ ले जाने वाला एक मार्ग बनती जा रही है।

उन्होंने विभिन्न केस स्टडीज एवं उदाहरणों से समझाया कि इसके लिए सिर्फ टेक्नोलॉजी दोषी नहीं है बल्कि व्यक्ति का लालच एवं लापरवाही दोनों दोषी हैं।
हम अपनी लापरवाही से और लालच से स्वयं के साथ दुनिया को एक गहरे इर्रिवर्सिबल गर्त की तरफ धकेलते चले जा रहे हैं।
अल्जीरिया के साइबर एक्सपर्ट एवं साइबर सिक्योरिटी ऑडिटिंग डायरेक्टर ताहिर अमीने ने साइबर हाइजीन पर बात करते हुए बताया कि किस प्रकार हमें अपने पासवर्ड को सुरक्षित करना जरूरी है और सिस्टम के साथ नेटवर्क को भी सुरक्षित करना जरूरी है।
ताहिर ने विभिन्न केस स्टडीज एवं रिसर्च उदाहरण से साइबर हाइजीन के मल्टी डाइमेंशनल पहलुओं पर विस्तार से समझाया।
ट्यूनीशिया से साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट एवं साइबर फॉरेंसिक एक्सपर्ट ओसामा बेन हद्ज दहमान ने साइबर फॉरेसिक पर बोलते हुए उसके विभिन्न स्टेप्स के साथ साथ पूरे फॉरेंसिक इन्वेस्टिगेशन के लाइफ साइकिल और कोर्ट में साइबर एविडेंस प्रोटेक्ट एवं पेश करने के विभिन्न मेकैनिज्म पर विस्तार से चर्चा की।
ओसामा ने कहा कि हमें साइबर एविडेंस कलेक्ट करने के साथ-साथ उनका एक प्रोटेक्शन सुनिश्चित करने के पहलुओं पर भी ध्यान देना चाहिए।
अबू धाबी यूनाइटेड अरब अमीरात से यूएई इंश्योरेंस कॉरपोरेशन के इनफॉरमेशन सिक्योरिटी मैनेजर एवं टेक्निकल एक्सपर्ट आशीष वालिया जो कि महर्षि अरविंद संस्थान के प्रथम बैच 1999 के अल्युमिनाई हैं ने जॉब प्रोस्पेक्ट्स मार्केट एवं टेक्नोलॉजी के बदलते लैंडस्केप पर विस्तार से चर्चा कर छात्रों को मोटिवेट किया।
अंतर्राष्ट्रीय वर्कशॉप के कन्वीनर, को- कन्वीनर डॉ महावीर सेन एवं सुनील चौहान के साथ विपिन सिंह एवं दीपक कुमार ने भी अपने विचार रखे। अंत में संस्थान के डायरेक्टर डॉ भारत पाराशर ने सभी टेक्निकल एक्सपर्ट का धन्यवाद देते हुए कहा कि इस तरह की कॉन्फ्रेंस होती रहनी चाहिए। यूनाइटेड नेशंस से डिजिटल डिप्लोमेट एवं कम्प्यूटर वैज्ञानिक डॉ डीपी शर्मा ने साइबर अपराध रिसर्च एवं तकनीकी रीइंजीनियरिंग पर विस्तार से चर्चा की।


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