दिल्ली- मुंबई एक्सप्रेस हाईवे पर अचानक सांड के आने से एक बेकाबू होकर डिवाइडर से जा टकराई। कार से बाहर निकलते ही पति-पत्नी समेत तीन लोगों को पीछे से आए ट्रक ने कुचल दिया। हादसे में तीनों की मौत हो गई, वहीं 7 लोग घायल हो गए।
हादसा रविवार सुबह करीब 5 बजे बांदीकुई (दौसा) थाना क्षेत्र के ऊंनबड़ा गांव के पास हुआ।जानकारी के अनुसार अहमदाबाद के रहने वाले हंसमुख (32) पुत्र कांतिलाल की मां का हरिद्वार में निधन हो गया था। इसलिए वे अपनी पत्नी, बेटी और दूसरे रिश्तेदारों के साथ उनका अंतिम संस्कार करने जा रहे थे।
बांदीकुई SHO ने बताया कि हंसमुख के अलावा उनकी पत्नी सीमा (30) एवं चाचा मोहनलाल (55) को ट्रक ने कुचल दिया। तीनों के शव बुरी तरह क्षत-विक्षत होकर हाईवे पर बिखर गए। वहीं, एक शव का सिर कटकर अलग हो गया। कार में सवार हंसमुख की बहन नीता (32), नीलम (26), ड्राइवर दिनेश (30) गंभीर घायल हुए हैं। वहीं, मामा कीरट भाई, नीता की बेटी सादिया (3) एवं हंसमुख के बेटे निवाल (2) को हल्की चोट आई है। सभी घायलों को दौसा जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
हरिद्वार घूमने गई थी मां
हंसमुख के मामा कीरट भाई ने बताया कि उनकी बहन सविता 6 मई को हरिद्वार घूमने के लिए गई हुई थी। शनिवार सुबह सविता की हरिद्वार में मौत हो गई। इसके बाद पूरा परिवार उनके क्रिया कर्म के लिए हरिद्वार जा रहा था और यह हादसा हो गया।
दावों का क्या हुआ?
जब एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया गया तो दावा किया गया था कि यहां आवारा जानवरों की वजह से एक्सीडेंट नहीं होंगे। NHAI का दावा है कि एक्सप्रेस-वे पर आवारा जानवर नहीं आ सकते। इसके लिए दोनों ओर बड़ी-बड़ी रेलिंग लगाई गई है। इसके अलावा एक्सप्रेस-वे की ऊंचाई नॉर्मल हाईवे से ज्यादा है, ताकि जानवर न चढ़ पाएं। हालांकि, आज हुए एक्सीडेंट ने ऐसे सभी दावों की पोल खोल दी है। क्योंकि एक्सप्रेस-वे पर सांड कहां से आया ये सवाल है?
एक्सप्रेस-वे एक नजर में
एक्सप्रेस-वे दिल्ली से मुंबई तक 1350 किमी का होगा। एक्सप्रेस-वे को बनाने के लिए पांच राज्यों में 1500 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया गया था। इसमें 35 करोड़ क्यूबिक मीटर मिट्टी का भी इस्तेमाल किया गया है। एक्सप्रेस-वे की गुजरात में लंबाई 426, राजस्थान में 373, मध्यप्रदेश में 244, महाराष्ट्र में 171, हरियाणा में 129 किमी की लंबाई रहेगी।
शुरुआती 10 महीनों में ही हुई 95 मौतें
पिछले साल इस एक्सप्रेस-वे की शुरुआत की गई थी। इस साल जनवरी तक इस एक्सप्रेस-वे पर 95 मौतें अलग-अलग एक्सीडेंट में हो गई थीं। इस साल 30 जनवरी को पूर्व सांसद मानवेंद्र सिंह की कार का भी एक्सीडेंट हुआ था। जिसमें उनकी पत्नी की मौत हो गई थी। इसके बाद आईआईटी मद्रास की टीम को यहां कई खामियां मिली थीं। हालांकि, इस टीम की रिपोर्ट पर कितना काम हुआ है ये अब तक कंफर्म नहीं हो सका है।