जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कर्नल केसरी सिंह को आरपीएससी सदस्य बनाए जाने को अपनी गलती बताया। जिस पर नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ ने शनिवार को पलटवार किया।
राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि हर गलती सजा मांगती है, आखिरकार कब तक गलतियों पर गलतियां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत करेंगे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पहले महाभ्रष्ट आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा की नियुक्ति करके गलती की। इसी प्रकार डीपी जारोली की नियुक्ति करके गलती की, जिसे बर्खास्त करना पड़ा।एक तरफ आदर्श आचार संहिता लग रही थी, वहीं दूसरी तरफ आप राजनीतिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए संवैधानिक तंत्रों का बेजा इस्तेमाल कर नियुक्तियों की रेवड़ियां बांट रहे थे। राजस्थान पूछ रहा है कि आपकी ऐसी क्या मजबूरी थी कि आपको आचार संहिता के समय नियुक्तियां करनी पड़ी।
राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि प्रदेश में 70 लाख युवाओं के साथ धोखा हुआ है। पेपरलीक की घटनाएं इस सरकार पर बदनुमा दाग है। जिस आरपीएससी की साख थी उसे नष्ट कर दिया गया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बयान ये दर्शाता है कि प्रदेश में 70 लाख युवाओं का जो भविष्य पेपरलीक की वजह से खराब हुआ है उसके जिम्मेदार स्वयं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हैं।